नव वर्ष पर रहा जंगलों में कड़ा पहरा, अधिकारियों ने रखी चप्पे चप्पे पर नजर
हरिद्वार, 01 जनवरी (हि.स.)। नव वर्ष पर ठिठुरन के बीच वम कर्मियों की टीमें जंगलों की हिफ़ाजत में जुटी रहीं। प्रदेश के उच्च हिमालयी शिखरों से लेकर हरिद्वार के मैदानी जंगलों तक यह नजारा आम रहा। नववर्ष के जश्न में वन क्षेत्र में हुड़दंगियों व वन्य जीवों के शिकार पर रोकथाम के लिए वनकर्मियों की चप्पे चप्पे पर नज़र रही।
हरिद्वार में राजाजी टाइगर रिज़र्व व हरिद्वार वन प्रभाग की टीमों ने लगातार पेट्रोलिंग की और अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
नव वर्ष के के मौके पर हरिद्वार नगर से सटे वन क्षेत्रों में जश्न की आड़ में अवांछित लोग हुड़दंग मचाने के साथ जानवरों के शिकार की तलाश में रहते हैं। सबसे बड़ा संकट गंगा तटीय क्षेत्रों में रहता है। इसी के मद्देनजर हरिद्वार वन प्रभाग की कई टीमें एसडीओ संदीपा शर्मा के नेतृत्व में रात भर पेट्रोलिंग करती रही।
हरिद्वार वैन प्रभाग की एसडीओ संदीपा शर्मा ने बताया कि चिड़ियापुर से लेकर श्यामपुर तक रात भर विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया गया, वहीं गंगा तटीय क्षेत्रों में विशेष नजर रखी जा रही है, कोई भी व्यक्ति अगर इन क्षेत्रों में मछलियों का शिकार या वन कानूनों का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
राजाजी टाइगर रिज़र्व की वन्य जीव प्रतिपालक आलोकि ने बताया कि चीला-गोहरी के संवेदनशील क्षेत्र में नववर्ष पर विशेष अभियान चलाया गया है, गंगा तटीय क्षेत्रों में भी रात भर सघन निगरानी की गई, आगे भी यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।
मोतीचूर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी महेश सेमवाल ने बताया कि उच्चाधिकारियों की मौजूदगी मेंमोतीचूर के गंगा तटीय, सॉन्ग, सुसवा व अतिसंवेदनशील छेत्रो में रात भर पेट्रोलिंग की गई।
हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज
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