गैरसैंण में एक सितम्बर को होगी स्वाभिमान महारैली
-मूल निवास, स्थायी राजधानी और भू-कानून के लिए एकजुटता का आह्वान
-स्वाभिमान महारैली के लिए चल रहा जनसंपर्क अभियान
गोपेश्वर, 17 अगस्त (हि.स.)। आगामी एक सितम्बर को गैरसैंण में होने वाली स्वाभिमान महारैली की तैयारियों को लेकर मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम जनसंपर्क में जुटी हुई है। इस क्रम में शनिवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर महारैली की रणनीति बनाई गई।
बैठक में मूल निवास, भू कानून समन्वय संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि लंबे समय से मूल निवास 1950 की मांग की जा रही है। मूल निवास न होने के कारण बाहरी लोग राज्य की नौकरियों पर कब्जा कर रहे हैं, जमीनें खरीद रहे हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। इसके चलते उत्तराखंड का मूल निवासी अपने ही राज्य में अल्पसंख्यक होता जा रहा है और उसकी पहचान संकट में है।
उन्होंने गैरसैंण काे पहाड़ की आत्मा बताते हुए कहा कि गैरसैंण-भरारीसैंण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा। जब तक शहीदों की भावनाओं के अनुरूप गैरसैंण राजधानी नहीं बनती, आंदाेलनकारी शांत नहीं बैठेंगे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट ने कहा कि मूल निवास और मजबूत भू-कानून ही उत्तराखंड के अस्तित्व को बचा सकता है। आज राज्य के संसाधन, नौकरियां, पहचान और संस्कृति खतरे में है और इन्हें बचाने के लिए एक बड़ा आंदाेलन आवश्यक है।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान कुंवर भंडारी, तेजवीर कंडेरी, संजय जैसाली, एडवोकेट हार्दिक रावत, संदीप झिंक्वान, विनोद रावत, पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत, मनोज रावत ने भी विचार व्यक्त किए।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल / सत्यवान
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