सरोवर नगरी में इस वर्ष समय से पहले ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र शुरू, नगरी पैक
नैनीताल, 12 मई (हि.स.)। मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने के साथ इस वर्ष सरोवरनगरी में समय से पहले ही ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन चमक उठा है। पर्यटन नगरी इस सप्ताहांत पर वाहनों से पैक रही है, और वाहनों को शहर के बाहर से नियंत्रित करना पड़ा है।
नगर में सैलानियों की अच्छी रौनक बनी हुई है। इससे नगर के पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे खिले नजर आ रहे हैं। इसलिये भी कि सीजन में आगे के लिये भी अच्छी उम्मीद नजर आ रही है। साथ ही व्यवस्थाओं में भी सुधार की उम्मीद बन रही है।
नगर में इस सप्ताहांत शनिवार सुबह से ही सैलानियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। इसके बाद पुलिस ने वाहनों को रूसी बाइपास व नारायण नगर से रोककर 5-5 की संख्या में शहर में भेजा, इससे सैलानी थोड़ा समय लगने के बावजूद नगर में आ पाये। नगर में करीब-करीब शत-प्रतिशत होटल पैक रहे। नगर के निकटवर्ती पर्यटन स्थल भी सैलानियों से गुलजार रहे। नैनी झील में भी नौकायन के लिये सैलानियों के साथ रंग-बिरंगी नौकाओं का मेला सा लगा रहा। रविवार को भी नगर में सैलानियों की काफी भीड़भाड़ रही। मॉल रोड पर वाहन रुक-रुककर चलते रहे।
गौरतलब है कि नगर में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन 15 मई से 30 जून तक माना जाता है और 20-22 जून के बाद ही नगर में सैलानियों की भीड़भाड़ नगर के पैक होने की स्थिति तक पहुंचती है, लेकिन इस बार इससे पहले ही यह स्थिति नजर आ रही है। नगर में मौसम भी सुहावना बना हुआ है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में गर्मी है। इस बार नगर में मेट्रोपोल शत्रु संपत्ति के पिछले दिनों खाली कराये गये निचले हिस्से के भी पार्किंग के रूप में इस्तेमाल किये जाने से पार्किंग की स्थिति कुछ बेहतर होने की उम्मीद है।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने भी सीजन की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया है, और आगे जिलाधिकारी के साथ हुई बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुसार सेंट जॉन्स चर्च एवं सूखाताल में भी पार्किंग की व्यवस्था होने और दिन-दिन के लिये नैनीताल आने वाले सैलानियों के लिये भवाली व रूसी बाइपास से नगर के टेंपो ट्रेवलरों का शटल सेवा के रूप में उपयोग किये जाने से व्यवस्थाएं और बेहतर होने की उम्मीद भी जतायी है।
कैंची धाम से मिला नैनीताल के पर्यटन को एक नया आयाम-
हाल ही में बाबा नीब करौरी के कैंची धाम के प्रति देश भर के लोगों में श्रद्धा बढ़ी है। इस कारण यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इधर यह नया चलन भी नजर आ रहा है कि कैंची धाम आने के बाद श्रद्धालु नैनीताल भी आना चाह रहे हैं। इनमें दोनों तरह के लोग शामिल हैं जो केवल नैनीताल आकर बिना यहां रात्रि प्रवास किये लौट जाना चाहते हैं, और दूसरे रुकना भी चाहते हैं। नैनीताल के होटलों में कैंची धाम पहुंचे श्रद्धालुओं के भी कमरों के लिये काफी फोन आ रहे हैं। इससे भी नैनीताल के पर्यटन को एक नया आयाम मिल गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. नवीन जोशी/रामानुज
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