उत्तराखंड के सूपी गांव को सर्वश्रेष्ठ कृषि पर्यटन ग्राम पुरस्कार: ग्रामीण कृषि और पर्यटन का संगम
नैनीताल, 20 सितंबर (हि.स.)। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित सूपी गांव को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा 27 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में 'सर्वश्रेष्ठ कृषि पर्यटन ग्राम' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सूपी गांव ने अपनी कृषि आधारित अर्थव्यवस्था, कम पलायन, और पर्यटन के क्षेत्र में किए गए नवाचारों के चलते यह मान्यता हासिल की है।
सूपी गांव रामगढ़ विकास खंड के अंतर्गत आता है और अपने खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के साथ-साथ समृद्ध कृषि, फल उत्पादन और स्वरोजगार के विभिन्न अवसरों के लिए प्रसिद्ध हो रहा है। गांव में आलू, सेब, आड़ू, पुलम, और खुमानी जैसे फल-सब्जियों का जैविक उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है, जिससे यह रामगढ़ की फल पट्टी का प्रमुख हिस्सा बन गया है। गांव में 'कुमाऊं वाणी' नामक सामुदायिक रेडियो स्टेशन भी ग्रामीणों को उन्नत एवं जैविक कृषि की जानकारी प्रदान करता है।
हालांकि, गांव में कोल्ड स्टोरेज की कमी और स्थानीय बाजार की अनुपस्थिति के कारण किसानों को अपने उत्पादों को सस्ते दामों में बेचना पड़ता है। इसके बावजूद, गांव की कृषि, पर्यटन और स्वरोजगार के क्षेत्रों में की गई प्रगति इसे एक आदर्श गांव के रूप में उभार रही है।
सरकार द्वारा सूपी गांव के विकास के लिए पेयजल और सिंचाई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन कोल्ड स्टोरेज और स्थानीय बाजार की स्थापना भविष्य में आवश्यक सुधार के रूप में देखी जा रही है, ताकि कृषि उत्पादों का सही मूल्य मिल सके और पर्यटन को और प्रोत्साहन मिले।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
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