राजकीय शिक्षकों का क्रमिक अनशन प्रारंभ, बोले- शिक्षक हितों पर कुठाराघात बर्दाश्त नहीं, सरकार को चेताया
देहरादून, 12 सितंबर (हि.स.)। राजकीय शिक्षक संघ ने प्रधानाचार्य सीमित विभागीय भर्ती परीक्षा को निरस्त करने एवं सभी पदों पर पदोन्नति की मांग को लेकर गुरुवार से क्रमिक अनशन प्रारंभ किया। क्रमिक अनशन में दो जनपद टिहरी और चंपावत के शिक्षकों व पदाधिकारी ने अनशन प्रारंभ कर दिया है।
प्रधानाचार्य सीमित विभागीय भर्ती परीक्षा निरस्त न होने के चलते शिक्षकों में आक्रोश और भारी रोष है। जनपदों से आए पदाधिकारी व शिक्षकों द्वारा यह परीक्षा निरस्त न होने तक धरने पर डटे रहने का आवाहन किया।
प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने सरकार और शासन को चेताया है कि यदि यहां परीक्षा निरस्त नहीं होती है तो हम मजबूरन आंदोलन को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षक हितों पर कुठाराघात नहीं होने दिया जाएगा। प्रत्येक शिक्षक संगठन है। पद कोई महत्वपूर्ण नहीं है। वरिष्ठता का सम्मान होना चाहिए। एक ही पद पर शिक्षक सेवानिवृत हो रहे हैं। यह अन्याय और आगे नहीं सहा जाएगा। संगठन ने पदोन्नति के लिए सुझाव शासन व सरकार को प्रेषित कर दिए हैं, उन पर अमल किया जाए।
प्रांतीय उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने कहा कि शत-प्रतिशत पदोन्नति एवं भर्ती परीक्षा निरस्त न होने तक आंदोलन जारी रहेगा। क्रमिक अनशन के तीसरे दिन वक्ताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राम प्रताप मिश्र
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