मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश, सेवा क्षेत्र नीति लागू के लिए मंत्रिमंडल में लाएं प्रस्ताव
-नीतिगत मामलों को छोड़कर शेष कार्यों का शीघ्रता के साथ निस्तारण करें: मुख्यमंत्री
देहरादून, 06 मार्च (हि.स.)। प्रदेश में सेवा क्षेत्र नीति लागू की जाएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी ने आगामी कैबिनेट में प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने नीतिगत मामलों को छोड़कर शेष विषयों पर विभागीय स्तर पर निर्णय को शीघ्रता और तेजी के साथ कार्यों का त्वरित निस्तारण करने पर जोर दिया है।
बुधवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड (यू.आई.आई.डी.बी.) की दूसरी बोर्ड बैठक में यू.आई.आई.डी.बी.के अधीन संचालित होने वाली योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने बोर्ड के कार्य संचालन के लिए स्वीकृत पदों पर शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ करने को कहा। उन्होंने कहा कि पहले लोक महत्व एवं तात्कालिक योजनाओं पर ध्यान दिया जाए और उनके क्रियान्वयन पर फोकस किया जाए ताकि इसके अपेक्षित परिणाम सामने आ सके।
मुख्यमंत्री ने सचिव पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन को जॉलीग्रांट-पंतनगर तथा नैनीसैनी में विमानों की नाइट लैंड़िग की संभावनाओं की कार्ययोजना तैयार करने और चारधाम की भांति मानसखण्ड मंदिर श्रृंखलाओं के सौन्दर्यीकरण की योजनाओं पर भी तेजी से कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन पूर्ण होने पर प्रदेश में वर्षभर पर्यटकों का बड़ी संख्या में आवागमन होगा।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में पहचान दिलाने के लिये भी समेकित प्रयासों की जरूरत बताई। इसके लिये विभिन्न स्थलों का चयन कर वहां अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने को कहा। इसके लिए वेडिंग प्लानरों, होटल समूहों से सहयोग लेकर इसके प्रचार प्रसार पर भी ध्यान देने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान आवासीय अवस्थापनाओं के दृष्टिगत चिन्ह्ति पुनर्विकास योजनाओं के प्रस्तावों, हरिद्वार ऋषिकेश गंगा कोरीडोर, शारदा कॉरीडोर, दो नयी टाउनशिप विकसित करने और कैंची धाम परियोजना के कार्यों में भी तेजी लाएं।
उन्होंने राज्य हित में जिन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये यू.आई.आई.डी.बी. का गठन किया गया उसके परिणाम शीघ्र धरातल पर दिखाई दे इसके लिये प्रभावी कार्ययोजना के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर सचिव नियोजन आर.मीनाक्षी सुन्दरम् ने यू.आई.आई.डी.बी.की कार्ययोजना से संबंधित प्रस्तुतिकरण दिया। जबकि सचिव पर्यटन सचिव कुर्वे ने पर्यटन विकास से जुडी योजनाओं की जानकारी दी।
बैठक में वित्त मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल, उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव विनय शंकर पाण्डे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज
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