रुद्रप्रयाग: यात्री वाहन हादसे के लापता लोगों की ड्रोन कैमरा से की जा रही खोज
-घटनास्थल से खांकरा तक की गई सघन पड़ताल, नहीं मिला सुराग
-एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस जवान कर रहे खोज
रुद्रप्रयाग, 5 जुलाई (हि.स.)। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीते 26 जून को यात्री वाहन हादसे में लापता 5 लोगों की खोजबीन के लिए ड्रोन कैमरा की मदद ली गई। घटनास्थल से खांकरा तक ड्रोन से अलकंनदा नदी के दोनों छोर पर खोज की गई, पर कोई सुराग नहीं मिला। हादसे में अभी तक सात लोगों के शव मिल चुके हैं।
शनिवार को मौसम में ठीक होने पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के नेतृत्व में एनआरडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर यूनिट के जवानों ने घोलतीर से रुद्रप्रयाग और रुद्रप्रयाग से खांकरा तक तीन चरणों में ड्रोन कैमरा से अलकनंदा नदी में लापता यात्रियों की खोज की। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि नदी का जलस्तर अधिक होने और गंदीले पानी के कारण खोजबीन में निरंतर परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि पांच लोग अब भी लापता हैं।
बता दें कि बीते 26 जून को रुद्रप्रयाग से बदरीनाथ जाते समय यात्री बस घोलतीर के समीप दुर्घटनाग्रस्त होकर अलकनंदा नदी में गिर गई थी। इस हादसे में दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, पांच यात्रियों की रतूड़ा, धारी देवी, कीर्तिनगर और कनखल हरिद्वार से शव मिले थे, जिससे मृतकों की संख्या सात हो गई। अन्य घायलों में सात को एम्स में भर्ती किया गया था, जहां उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। जबकि एक बच्चे पार्थ को उसके परिजन अपने घर मध्य प्रदेश राजगढ़ वापस ले गये थे।
हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति