राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष की गरिमा को तार-तार किया है: प्रेमचंद अग्रवाल
देहरादून, 02 जुलाई (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष पद की गरिमा को तार तार किया है। उन्होंने अपने पहले ही भाषण में जिस तरह हिन्दू समाज को हिंसक बताया है, वह इस बात का प्रतीक है कि उन्हें भारतीय सभ्यता, संस्कृति और भारतीयता के बारे में कोई जानकारी नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने पद के साथ-साथ अपनी भी गरिमा को तार-तार किया है। एक घंटा 40 मिनट के भाषण में उन्होंने जिस तरह अमर्यादित बयान के माध्यम से संसदीय परंपराओं और नियमों की धज्जियां उड़ाई हैं, उससे उन्होंने पीठ का निरादर किया है। यह मानना है उत्तराखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं संसदीय कार्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल का।
डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल मंगलवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम तथा शिंदे ने हिन्दू आतंकवाद की भूमिका बनाई, ठीक उसी तरह राहुल गांधी ने हिन्दू समाज को हिंसक बताकर भारतीयता को लहूलुहान किया है। कांग्रेस ने एक बार नहीं, कई बार भारत और भारतीयता पर प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से आक्रमण किया है। चाहे 1984 का सिख दंगा हो या उच्चतम न्यायालय में रामसेतु और भगवान राम को कल्पनिक बताना, यह अपराध कांग्रेस ने किया है। हजारों सिखों का नरसंहार कांग्रेस की ही देन है।
डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह राहुल गांधी ने संसद में शंकर भगवान तथा गुरुनानक देव के चित्र दिखाए और उनको जिस तरह पटका यह भी इस बात का संकेत है कि उन्हें ईश्वर के प्रति आस्था नहीं है। भगवान के चित्र को पूरी तरह आदरपूर्वक रखा जाना चाहिए था। हालांकि सदन में किसी भी चित्र का प्रदर्शन करना 349 की धारा 12 के तहत पूरी तरह निषिद्ध है लेकिन राहुल गांधी ने यह सब कुछ किया। इसी तरह अभयमुद्रा का इस्लाम धर्म में प्रयोग बताकर उन्होंने अपनी अपरिपक्वता का उदाहरण दिया है। इस्लाम धर्म में अभय मुद्रा नहीं अंजलि मुद्रा प्रयुक्त की जाती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी झूठ तथा अप प्रचार पर आधारित वक्तव्य दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे अग्निवीर योजना हो या अन्य योजनाएं उनके बारे में भ्रम फैलाना राहुल गांधी तथा उनके गठबंधन का पूरा प्रयास रहता है। 99 सांसदों के जीतने के बाद भी अपने को सत्ता पक्ष से अधिक मानना इस बात का संकेत है कि उन्हें कतई संसदीय परंपराओं और मान्यताओं की जानकारी नहीं है। उन्होंने झूठ तथा अप प्रचार के साथ-साथ शोर शराबा कर सदन को बाधित करने का काम किया है और हिन्दू समाज के प्रति घृणा पैदा कर रहे हैं।
मणिपुर के संदर्भ में चर्चा करते हुए डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि वह इस मामले पर सदन का बहुमूल्य समय बर्बाद कर रहे हैं। चाहे अग्निवीर योजना या नियमों का उल्लंघन राहुल गांधी सदन की मर्यादा गिरा रहे हैं। जिस तरह अध्यक्ष की तरफ पीठ दिखाकर वह लोगों को संबोधित कर रहे थे यह परंपरा का अपमान है। सदन में हमेशा सत्य बोला जाता है राहुल गांधी ने झूठ बोलकर सदन का अपमान किया है, अब इसकी एक समिति जांच करेगी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में कोई नेता विशेषकर संवैधानिक पद का नेता झूठ बोले। प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष होने के नाते मुझे नियमों की पूरी जानकारी है। संसदीय कार्यमंत्री होने के नाते इन व्यवस्थाओं के बारे में पूरी तरह परिचित हूं लेकिन रहुल गांधी पूरी तरह झूठ और कपोल कल्पनाओं पर आधारित भाषण दे रहे हैं। जांच के बाद उनका झूठ पूरी तरह खुल जाएगा।
अयोध्या के संदर्भ में चर्चा करते हुए संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में मुआवजे के नाम पर 1243 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया और लोगों को मुआवजा दिया गया लेकिन इंडी गठबंधन तथा राहुल गांधी लगातार झूठ बोलते रहे। इसी तरह एमएसपी पर उन्होंने झूठ बोला है। 2013 में जिस जिन्स की कीमत कांग्रेस सरकार ने 1300 रुपये रखी थी आज उसी पर मोदी सरकार 2300 रुपये दे रही है और 23 फसलों का एमएसपी बढ़ाया गया है। ऐसे में राहुल गांधी का पहला भाषण विद्ववता पूर्ण नहीं था, जो नेता प्रतिपक्ष की मान्यता को धूलधूसरित करता है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज जैसे लोगों ने नेता विपक्ष की गरिमा को बढ़ाया है और राहुल गांधी ने इस पद की पूरी गरिमा ही समाप्त कर दी है, जो पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण है।
पत्रकार वार्ता में डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल के साथ मनवीर चौहान, राजेन्द्र सिंह नेगी, सुभाष बड़थ्वाल, मधु भट्ट, संजीव वर्मा और कमलेश उनियाल आदि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/दधिबल
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