पुरोला विधायक व उनकी पत्नी के खाते में 4 साल से हो रहा मनरेगा का भुगतान
उत्तरकाशी, 20 दिसंबर (हि.स.)। जिले के पुरोला से भाजपा विधायक दुर्गेश्वर लाल और उनकी धर्मपत्नी निशा को मनरेगा श्रमिक बनाया गये है। ये सब अधिकारियों की मिली भगत से है। इस पर जहां विधायक दुर्गेश्वर लाल ने साजिश बताया वहीं अधिकारी भी इसके लिए कम दोषी नहीं।
भाजपा के पुरोल विधायक मनरेगा का लाभ लेने से फंसते नजर आ रहे हैं। उत्तरकाशी के पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल भी मनरेगा में हुए भुगतान को लेकर चर्चा में हैं। विधायक की पत्नी के खाते में 4 साल में योजना के तहत 17 हजार से ज्यादा धनराशि आई है। उधर विधायक का साफ कहना है कि ये उनको बदनाम करने की साजिश है। जबकि उनके परिवार का जॉब कार्ड और अंतोदय कार्ड पूर्व में ही निरस्त करवा दिया गया था।
बता दें कि विधायक दुर्गेश्वर लाल को वर्ष 2021 से 2025 तक रेक्चा गांव में मनरेगा के ग्यारह कार्यों के तहत विधायक और उनकी पत्नी के खाते में मनरेगा की करीब 17 हजार से अधिक की धनराशि का भुगतान हुआ। इस मामले के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी बृजमोहन बिंजोला ने कहा कि डीपीओ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार विधायक दुर्गेश्वर लाल के विधायक बनने से पहले उनका और उनकी पत्नी का जॉब कार्ड बना हुआ था। इसलिए किसी ने अपनी निर्माण सामग्री की धनराशि उनके खाते में डाली थी। उनकी ओर से वह पैसा वापस किया जा रहा है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल

