ध्वस्तीकरण अभियान का विरोध, राजनैतिक दलों व सामाजिक संगठनों ने किया सचिवालय कूच
- लोगों को बेघर न करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की दी चेतावनी
देहरादून, 30 मई (हि.स.)। राजनैतिक दलों व सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को गांधी पार्क से सचिवालय कूच कर नारेबाजी के साथ सरकार के ध्वस्तीकरण अभियान का विरोध किया। साथ ही लोगों को बेघर न करने की मांग को लेकर सचिवालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा और आंदोलन की चेतावनी दी। संगठनों ने जनआक्रोश रैली निकाल सरकार के खिलाफ गुस्सा व्यक्त किया।
जनआक्रोश रैली में किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवान ने कहा कि देहरादून में चल रहा ध्वस्तीकरण अभियान गैर कानूनी और जन विरोधी है। सरकार कानून के प्रावधानों और अपने ही वादों का उल्लंघन कर रही है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. एसएन सचान ने कहा कि कुछ ही महीनों में 2018 का कानून भी खत्म हो रहा है। इसके बाद सभी बस्तियों को उजाड़ा जा सकता है। चाहे वे कभी भी बसे हों। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने आठ वर्ष में नियमितीकरण, पुनर्वास और घर के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया तो लोग कहां रहें? इस पर सरकार जनता को जवाब दे।
जब तक न हो नियमितीकरण और पुनर्वास, तब तक न करें बेदखल
जनता ने मांग उठाई कि सरकार कोर्ट के आदेश का बहाना न बनाए। ध्वस्तीकरण अभियान पर रोक लगाया जाए। बिना पुनर्वास किसी को बेघर न किया जाए। इस पर कानून लाया जाए। कानूनी प्रावधान हो कि जब तक नियमितीकरण और पुनर्वास नहीं होता, तब तक बेदखली पर रोक हो।
पहले बिल्डरों एवं सरकारी विभागों के अतिक्रमण पर हो कार्रवाई
मांग की गई कि राज्य के शहरों में वेंडिंग जोन को घोषित किया जाए। पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वन अधिकार कानून पर अमल किया जाए। बिल्डरों एवं सरकारी विभागों के अतिक्रमण पर पहले कार्रवाई की जाए। बड़ी कंपनियों को सब्सिडी देने की प्रक्रिया बंद की जाए। 12 घंटे का काम करने के कानून, चार नए श्रम संहिता और अन्य मजदूर विरोधी नीतियों को रद्द किया जाए और न्यूनतम वेतन 26 हजार किया जाए।
तिलाड़ी के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
30 मई को तिलाड़ी कांड की 92वीं वर्षगाठ है और सीआईटीयू ट्रेड यूनियन गठबंधन का स्थापना दिवस भी है। इसको किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रदर्शनकारियों ने तिलाड़ी के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। सीआईटीयू के प्रांतीय सचिव लेखराज ने संचालन किया। इस दौरान किसान सभा के प्रदेश महामंत्री गंगाधर नौटियाल, सीपीएम के राज्य सचिव राजेंद्र नेगी, इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट, उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद के प्रवक्ता चिंतन सकलानी, बसपा के दिग्विजय सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र
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