नागालैंड के स्थापना दिवस पर राजभवन में कार्यक्रम आयोजित

नागालैंड के स्थापना दिवस पर राजभवन में कार्यक्रम आयोजित
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नागालैंड के स्थापना दिवस पर राजभवन में कार्यक्रम आयोजित


देहरादून, 01 दिसम्बर (हि.स.)। नागालैंड के राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शुक्रवार को राजभवन में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि नागालैंड से उनका पुराना नाता रहा है। एक सैन्य अधिकारी के रूप में वे नागालैंड में भी सेवा दे चुके हैं। उन्हें वहां का वातावरण और नागालैंड के लोगों के अपनत्व से बेहद लगाव रहा है।

राज्यपाल ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को नागालैंड राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि दूसरे राज्यों के स्थापना दिवस मनाने से सामाजिक एकीकरण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिल रहा है। राज्यपाल ने कहा कि ‘सेवेन सिस्टर्स’ भारत में पर्यटन के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक हैं और नागालैंड इसका एक प्रमुख हिस्सा है। यह राज्य पक्षियों और जानवरों की कुछ लुप्तप्राय प्रजातियों का निवास स्थान है। नागालैंड दुनिया की बाज राजधानी के रूप में जाना जाता है।

उन्होंने कहा कि नागालैंड दिवस की बात बिना हार्नबिल फेस्टिवल के अधूरी रहेगी। त्योहारों का त्योहार के नाम से विख्यात यह महोत्सव इसे हार्नबिल चिड़िया के नाम पर मिला है। इस चिड़िया को नागा जनजाति में पवित्र माना जाता है व नागाओं की पौराणिक कथाओं में इसका जिक्र भी मिलता है।

राज्यपाल ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के तहत आयोजित नागालैंड राज्य स्थापना दिवस उत्तराखंड राजभवन में नागालैंड वासियों के साथ मनाने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की ही तरह, आपके राज्य का भी अधिकतर हिस्सा पहाड़ी है और बड़े गर्व की बात है कि वनस्पतियों और जीवों की समृद्धता को देखते हुए इसे ‘पूरब का स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/वीरेन्द्र

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