पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशनों के लिए तीन दिन पहले रवाना होंगे कार्मिक, राजनीतिक दलों की निगरानी में ईवीएम

पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशनों के लिए तीन दिन पहले रवाना होंगे कार्मिक, राजनीतिक दलों की निगरानी में ईवीएम
WhatsApp Channel Join Now
पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशनों के लिए तीन दिन पहले रवाना होंगे कार्मिक, राजनीतिक दलों की निगरानी में ईवीएम


- दुर्गम क्षेत्रों के मतदाताओं के लिए निकटवर्ती स्थानों पर बनाए गए हैं मतदान केंद्र

देहरादून, 24 मार्च (हि.स.)। लोकसभा चुनाव सकुशल और शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान से संबंधित आवश्यक व्यवस्थाओं को ससमय पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी मतदेय स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं एवं भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार सभी व्यवस्थाएं सुचारु रखने के निर्देश दिए हैं।

लोकसभा चुनाव के लिए विषम भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत राज्य में 12 पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इन पोलिंग स्टेशनों के लिए पोलिंग पार्टियां जिला मुख्यालय से मतदान से तीन दिन पहले रवाना कर दी जाएंगी। जिन पोलिंग स्टेशन के लिए तीन दिन पहले पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी जाएंगी, उनमें 11 पोलिंग स्टेशन उत्तरकाशी जनपद और एक पिथौरागढ़ जनपद में हैं। उत्तरकाशी जनपद के पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन पुरोला विधानसभा क्षेत्र में राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय कलाप, राजकीय प्राथमिक विद्यालय लिवाड़ी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कासला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय राला, राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय फिताड़ी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय ओसला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय पवाणी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय गंगाड, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बरी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सेवा और राजकीय प्राथमिक विद्यालय हडवाडी हैं। जबकि पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला विधानसभा क्षेत्र में राजकीय प्राथमिक विद्यालय कनार भी पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशन में शामिल है।

पी माइनस थ्री पोलिंग स्टेशनों के लिए पोलिंग पार्टियां ईवीएम और अन्य चुनाव सामग्री लेकर रवाना होंगी। पहली रात को मतदान कर्मी सरकारी भवन में ठहर सकेंगे। इसकी जानकारी उन्हें सभी राजनीतिक दलों के लोगों को देनी होगी, ताकि वह ईवीएम और अन्य चुनाव सामग्री के बारे में निगरानी रख सकें। लोकतंत्र के इस महापर्व में हर मतदाता को मतदान का अधिकार मिले, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले मतदाताओं को मतदान के अधिकार का प्रयोग करने के लिए निकटवर्ती स्थानों पर मतदान केंद्र बनाए हैं। ये वो पोलिंग स्टेशन हैं जो बर्फीले, अति विषम भौगोलिक परिस्थितियों और पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story