अधिकारी स्वयं गांव गांव जाकर आपदा पीड़ितों को पहुंचाएं तत्काल राहत : आयुक्त कुमाऊं
चम्पावत,, 30 सितंबर (हि.स.)। दो दिवसीय भ्रमण पर चम्पावत पहुंचे कुमाऊं के आयुक्त एवं मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत ने स्थानीय सर्किट हाउस में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर मानसून काल में हुई क्षति और नुकसान व किए गए राहत, बचाव पुनर्निर्माण आदि के कार्यों की जानकारी ली।
आयुक्त एवं सचिव मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तेजी से पुनर्निर्माण के कार्य कराने हैं। प्रत्येक व्यक्ति को जो भी तथा जिस भी प्रकार का नुकसान प्राकृतिक आपदा से हुआ है उसे किसी न किसी योजना, मानक से राहत दी जाए। जिन लोगों के परिवारों को खेती और औद्यानिकी आदि का नुकसान हुआ है, उन्हें भी तत्काल मदद करते हुए क्षतिपूर्ति करें ताकि उनकी आजीविका पूर्व की भांति चलती रहे। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं गांव-गांव जाकर पुनर्निर्माण के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें तथा शीघ्र ही जिन योजनाओं आदि में अधिक धनराशि व्यय होनी है ,उनका तत्काल प्रस्ताव तैयार कर शासन व विभाग को भेजा जाए।
आयुक्त ने कहा कि विभागों द्वारा आपदा के दौरान तत्काल बेहतर कार्य करते हुए सड़क यातायात, पेयजल, विद्युत सुचारु किया गया है। अब इन कार्यों को स्थाई रूप से बनाए जाने के लिए तेजी से कार्य करें। अतिरिक्त धनराशि के लिए प्रस्ताव शासन को जिलाधिकारी के माध्यम से प्रस्तुत करें। आयुक्त व सचिव मुख्यमंत्री ने सड़क निर्माण एजेंसियां को विशेष रूप से सड़क में यातायात सुव्यवस्थित करने तथा किसी भी प्रकार की दुर्घटना ना हो, इस हेतु रोड सेफ्टी के कार्यों के मद्देनजर कार्य कराए जाएं। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों सड़क मार्ग में प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिए। आपदा से क्षतिग्रस्त हुए विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी भवनों की मरम्मत व निर्माण शीघ्र ही कराएं ताकि विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों में सुव्यवस्थित रूप से पठन-पाठन हो सके। आयुक्त व सचिव मुख्यमंत्री ने आपदा से पेयजल विभाग को हुए नुकसान वह रिस्टोर्वेशन कार्यों की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि प्रत्येक व्यक्ति को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो यह विभाग की जिम्मेदारी है। इसे सुनिश्चित किया जाए
बैठक में जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने आयुक्त कुमाऊं व सचिव मुख्यमंत्री को आपदा के दौरान तात्कालिक तौर पर कराये गए बचाव एवं राहत कार्यों की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने लोहाघाट तहसील के दूरस्थ क्षेत्र रौसाल, मटेला मटियानी, पंचेश्वर आदि क्षेत्र में हुई अत्यधिक क्षति की जानकारी देते हुए फौरी तौर पर किए गए राहत कार्य की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान तक जिले में 3419 परिसंपत्तियों को 16,395.022 लाख का नुकसान का आंकलन किया गया है।
बैठक में मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग दयानंद, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग अल्मोड़ा राजेंद्र सिंह, मुख्य अभियंता सिंचाई संजय शुक्ला, प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह सहित जनपद के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी
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