अब महिला सुरक्षाकर्मियों की निगरानी में रहेंगे अस्पताल, महिला गार्ड की भेजी डिमांड
- कोलकाता रेप-मर्डर केस के बाद सुरक्षा प्रबंधन मजबूत करने की तैयारी, अस्पतालाें में बढ़ेगी सुरक्षा
हल्द्वानी, 26 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बाद अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा को लेकर रणनीति बनने लगी है। कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के लिए कॉलेज प्रबंधन ने चिकित्सा शिक्षा विभाग को 50 महिला गार्ड की डिमांड भेजी है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज में इस समय करीब 74 गार्ड हैं। ये गार्ड मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल एसटीएच समेत विभिन्न संस्थानों में तीन शिफ्ट में ड्यूटी करते हैं। वहीं जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधीन संचालित सरकारी अस्पतालों ने भी महिला गार्ड की मांग की है। हल्द्वानी के व्यस्ततम् अस्पतालों में से एक राजकीय महिला अस्पताल में भी सुरक्षा प्रबंधन मजबूत करने की तैयारी है।
सीएमएस डॉ. उषा जंगपांगी ने बताया कि महिला सुरक्षाकर्मियों की डिमांड विभाग से की गई है। नैनीताल जिले के सभी छोटे-बड़े सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है। स्वास्थ्य महानिदेशक के निर्देश पर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता / कमलेश्वर शरण
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