नैनीताल में बारिश, ओलाबृष्टि के साथ हल्की बर्फबारी के कारण प्रभावित रहा जनजीवन
नैनीताल, 04 मार्च (हि.स.)। पूरे उत्तर भारत में बदले मौसम के मिजाज तथा मौसम विभाग की भविष्यवाणी व चेतावनी को सही साबित करते हुये कमोबेश उत्तराखंड में भी बीते 24 घंटों में मौसम ने बेहद डरावना रूप दिखाया। राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ मैदानी क्षेत्रों तक भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई है। इससे जनजीवन प्रभावित रहा।
इधर कुमाऊं मंडल के मुख्यालय नैनीताल व नैनीताल जनपद की बात करें तो यहां भी मौसम की यही स्थिति रही है। खासकर मुख्यालय नैनीताल में भी नगर की सबसे ऊंची नैना पीक चोटी और इससे लगे क्षेत्रों में बारिश व ओलाबृष्टि के साथ बर्फबारी और शहर में भारी मात्रा में ओलावृष्टि और बारिश हुई है। नगर को जोड़ने वाली पंगोट-किलबरी रोड पर हिमालय दर्शन से आगे ओलों और उसके ऊपर पड़ी बर्फ की वजह से सुबह काफी देर तक वाहनों का आवागमन ठप रहा। जबकि इधर नगर में भी राजभवन रोड और बिड़ला रोड सहित ऊंचाई वाले मार्गों पर सुबह से वाहनों से आवागमन प्रभावित रहा। पैदल रास्तों पर भी लोग फिसलते-बचते हुए चलने को मजबूर रहे। अलबत्ता सुबह से धूप खिलने से थोड़ी राहत मिली, लेकिन इसके बाद आसमान पर स्थानीय बादल छाते चले गये और दिन भर नैनीताल में पर धूप-छांव का लुका-छिपी जैसा खेल चलता रहा।
इससे पहले भारी ओलाबृष्टि की वजह से टिन की छतों वाले अनेक घरों में पानी रात्रि में अंदर घुस गया। लोग रात्रि से ही छतों से ओलों को हटाने और सुबह से भीगे सामान कपड़ों को सुखाने का प्रयास करते देखे गये। निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में ओलों की वजह से फसलों और फल-फूलों को काफी नुकसान पहुंचा है और काश्तकारों की ओर से नुकसान का ठीक से आंकलन कर मुआवजा-राहत देने की मांग की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ.नवीन जोशी/रामानुज
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