कानूनी कौशल और बौद्धिक दृढ़ता उत्सव मानवाधिकारों के प्रति करेगा जागरूक

कानूनी कौशल और बौद्धिक दृढ़ता उत्सव मानवाधिकारों के प्रति करेगा जागरूक
WhatsApp Channel Join Now
कानूनी कौशल और बौद्धिक दृढ़ता उत्सव मानवाधिकारों के प्रति करेगा जागरूक


देहरादून, 21 अप्रैल (हि.स.)। जिज्ञासा विश्वविद्यालय ने देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से आए 32 टीमों का अपने पहले राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में स्वागत किया। मौका था तीन दिवसीय कानूनी कौशल और बौद्धिक दृढ़ता उत्सव का।

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. बीएस नागेंद्र पारासर, विशिष्ट अतिथि रजिस्ट्रार प्रो. डॉ. अम्पू हरिकृष्णन और आयोजक डॉ. शालिनी बहुगुणा बछेती की उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसमें उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए भारत के विभिन्न राज्यों के जिला न्यायालयों और उच्च न्यायालयों के अधिवक्ताओं को 21 अप्रैल से 23 अप्रैल तक विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित प्रारंभिक सत्रों के दौर की देखरेख करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

यह प्रतियोगिता न केवल कानूनी कौशल दिखाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगी, बल्कि प्रतिभागियों के लिए अपनी विश्लेषणात्मक क्षमताओं, सुसंगत संचार और आलोचनात्मक सोच-कौशल को निखारने का अवसर भी प्रदान करेगी। इसका एजेंडा छात्रों को कानूनी कार्यवाही और मानवाधिकारों के बारे में जागरूक करना है। विविध पृष्ठभूमि और दृष्टिकोणों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभागियों के साथ प्रतियोगिता समावेशी और उत्कृष्टता की भावना को दर्शाती है, जो कानूनी समुदाय को परिभाषित करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/रामानुज

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story