मादक द्रव्य छोड़ने के लिए दिया गया परामर्श

मादक द्रव्य छोड़ने के लिए दिया गया परामर्श
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मादक द्रव्य छोड़ने के लिए दिया गया परामर्श


गोपेश्वर, 10 अप्रैल (हि.स.)।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में संचालित विधिक सेवा क्लीनिक के माध्यम से बुधवार को तीमारदारों को विधिक परामर्श देकर उन्हें मादक द्रव्य छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया।

परलीगल स्वयंसेवक और हिमाद की सचिव उमाशंकर बिष्ट ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से संचालित विधिक सेवा क्लीनिक और तंबाकू उन्मूलन परामर्श केंद्र के मध्य समन्वयन स्थापित कर मादक द्रव्य का सेवन करने वाले व्यक्तियों का चिह्नीकरण कर उन्हें मादक द्रव्य छोड़ने के लिए परामर्श दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से न्याय प्राप्त करने का अधिकार है साथ ही आमजन को गरिमापूर्ण जीवन जीने के लिए कई सारे कानूनों काे बनाया गया है। इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा, तभी जाकर समाज में जागरूकता आ सकती है।

सामाजिक कार्यकर्ता अवतार सिंह सनवाल ने कहा कि विधिक साक्षरता शिविरों के माध्यम से लोगों को विधिक जानकारी प्राप्त हो रही है, जिससे कई प्रकार की योजनाओं का लाभ भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने विधिक सेवा क्लीनिक के माध्यम से दिए जा रहे परामर्श की सराहना करते हुए कहा कि आम जन को लाभ प्राप्त हो रहा है। जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष हेमलता भट्ट ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा का चक्र गर्भावस्था से होता है। इसलिए गर्भवती माता की देखरेख और उचित पोषण के लिए सभी को पहल करनी चाहिए। उन्होंने जननी सुरक्षा, खुशियों की सवारी, नियमित बच्चों और गर्भवती माताओं का टीकाकरण, गर्भवती माताओं की जांच के साथ ही बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए जिला बाल समिति के कार्यों और भूमिका के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर हिमाद की समन्वयक प्रभा रावत ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से सामाजिक आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को सहायता प्रदान हो रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश/सत्यवान/रामानुज

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