युवाओं को ई-कल्चर से पी-कल्चर की ओर आकर्षित करेगा खेल महाकुंभ, खिलाड़ियों की निखरेगी प्रतिभा
- न्याय पंचायत से लेकर राज्य स्तर पर 31 जनवरी 2025 तक चलेगा खेल महाकुंभ
- खेल महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियां ससमय पूर्ण करने के निर्देश
हरिद्वार, 28 सितंबर (हि.स.)। युवाओं को इलेक्ट्रानिक संस्कृति से प्ले ग्राउंड संस्कृति (ई-कल्चर से पी-कल्चर) की ओर आकर्षित करने, प्रतिभावान खिलाड़ियों को अवसर उपलब्ध कराने व उनकी प्रतिभा निखारने के लिए खेल महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने खेल महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियां ससमय पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) आकांक्षा कोण्डे ने शनिवार काे विकास भवन सभागार में संबंधित अधिकारियों संग समीक्षा बैठक कर खेल महाकुंभ की तैयारियां परखी और आवश्यक निर्देश दिए। सीडीओ ने कहा कि खेल महाकुंभ के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूर्ण करें। बारिश के कारण खेलों में बाधा उत्पन्न न हो, इसलिए अतिरिक्त खेल मैदान चिन्हित किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि खेल विधाएं निष्पक्ष व पारदर्शिता से संपन्न हो, इसलिए तटस्थ रेफरी व निर्णायकों का चयन किया जाए। न्याय पंचायत, ब्लाक तथा जिला स्तरीय कमेटियों का शीघ्र गठन किया जाए। इसमें ट्रेजरी से भी एक अधिकारी को रखा जाए। उन्होंने खेल मैदान एवं स्टेडियम्स की सफाई व फाॅगिंग कराने के निर्देश निकाय अधिकारियों काे दिए। इंडोर स्टेडियम में आयोजित होने वाले गेम्स के दौरान विद्युत कटौती न करने के निर्देश विद्युत विभाग के अभियंताओं को दिए।
जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रमोद चंद पांडेय ने बताया कि खेल महाकुंभ का आयोजन न्याय पंचायत स्तर पर चार से 24 अक्टूबर तक, ब्लाक स्तर पर 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक, जनपद स्तर पर 16 नवंबर से 10 दिसंबर तक तथा राज्य स्तर पर 15 दिसंबर से 31 जनवरी 2025 तक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि न्याय पंचायत स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वालों को 300, द्वितीय को 200, तृतीय स्थान प्राप्त खिलाड़ी को 150 रुपये, प्रमाण-पत्र व मेडल प्रदान किए जाएंगे। ब्लाक स्तर पर प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 500, 400 व 300 रुपये तथा जनपद स्तर पर 800, 600, 400 रुपये, प्रमाण पत्र व मेडल प्रदान किए जाएंगे। जबकि राज्य स्तर पर 1500, 1000, 700 रुपये के साथ प्रतियोगिता प्रमाण पत्र व मेडल प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि आयु की गणना 31 जुलाई 2024 के आधार पर की जाएगी। उन्होंने निर्धारित आयु वर्ग के बारे में बताया कि अंडर-14 में 11 से 14 वर्ष तक के बच्चों, अंडर-17 में 15 से 17 वर्ष तक के बच्चों, अण्डर-20 में 18 से 20 वर्ष तक के बच्चों, अंडर-23 में 21 से 23 वर्ष तक के बच्चों तथा दिव्यांगजन की विभिन्न श्रेणी में 14 से 23 वर्ष तक के खिलाड़ी भाग ले सकेंगे। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरके सिंह, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल दीपक सैनी, सहायक नगर आयुक्त अंकिता जोशी, जिला खेल समन्वयक गजेंद्र सिंह, खंड विकास अधिकारी जयेंद्र भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
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