पुलिस की सटीक कार्रवाई से केबिल चोरी गिरोह बेनकाब
चंपावत, 20 दिसंबर (हि.स.)। चम्पावत जनपद में संगठित अपराध के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत कोतवाली पंचेश्वर पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने इलेक्ट्रिक केबिल चोरी की एक बड़ी घटना का सफल अनावरण किया है। पुलिस ने लगभग 14 लाख रुपये मूल्य का चोरी किया गया माल बरामद करते हुए एक अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अजय गणपति के निर्देशन में की गई, जबकि पूरे प्रकरण की निगरानी क्षेत्राधिकारी शिवराज सिंह राणा द्वारा की गई। पुलिस के अनुसार, अभियुक्त योजनाबद्ध तरीके से विद्युत कार्य स्थलों को निशाना बनाते थे और महंगे केबिल चोरी कर उन्हें अन्य राज्यों में बेचने की तैयारी में थे।
मामले की शुरुआत ग्राम भकटा निवासी वासुदेव चिलकोटी की शिकायत से हुई। उन्होंने बताया कि उनकी फर्म एसजे इंटरप्राइजेज यूपीसीएल के अंतर्गत उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में विद्युत लाइनों को बंच केबिल में परिवर्तित करने का कार्य कर रही है। इसी क्रम में, पंचेश्वर क्षेत्र के पुल्ला फीडर में कार्य के दौरान सड़क किनारे रखे गए इलेक्ट्रिक केबिल के चार ड्रम 4 से 8 दिसंबर के बीच अज्ञात व्यक्तियों द्वारा चोरी कर लिए गए थे।
शिकायत के आधार पर कोतवाली पंचेश्वर में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। प्रभारी निरीक्षक पंचेश्वर दीवान सिंह बिष्ट और एसओजी प्रभारी उप निरीक्षक कमलेश भट्ट के नेतृत्व में गठित पुलिस टीमों ने लगभग 30 सीसीटीवी कैमरों का विश्लेषण किया। साथ ही, सर्विलांस, सुरागरसी-पतारसी और चेकिंग अभियान के जरिए अहम सुराग जुटाए गए।
लगातार प्रयासों के बाद, 19 दिसंबर को टनकपुर क्षेत्र में किरोड़ा पुल के पास से तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर किरोड़ा पुल के नीचे जंगल क्षेत्र से चार इलेक्ट्रिक केबिल ड्रम बरामद किए गए, जिनका कुल वजन लगभग 1330 किलोग्राम है।
पूछताछ में अभियुक्तों ने आर्थिक तंगी के चलते चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की। पुलिस ने विवेचना के दौरान भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 303(2), 317(2) एवं 61(2) की वृद्धि की है। पुलिस अधीक्षक ने निर्माण स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश दिए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजीव मुरारी

