जो जमी से आसमां तक रमा हुआ है वही राम है : पंडित अब्दुल गफ्फार खान
ऋषिकेश, 13 फरवरी (हि.स.)। संत निरंकारी मिशन ऋषिकेश द्वारा हरिद्वार रोड सिटी गेट आईडीपीएल गुरु रविदास मंदिर में विशाल संत समागम का आयोजन किया गया, जिसमें दिल्ली से आए ज्ञान प्रचारक महात्मा पंडित अब्दुल गफ्फार खान ने कहा की जो जमी से आसमां तक रमा हुआ है, वही राम है। जो घटता नहीं, बढ़ता नहीं, जिसमें कोई परिवर्तन नहीं होता जो हर घट में रमा हुआ है इसलिए इसका नाम राम है। जिसको देखा नहीं उसकी भक्ति किस प्रकार की जा सकती है।
ऐसे राम को सद्गुरु के द्वारा जानकर भक्ति का प्रारंभ होता है। किसी विशेष पूजा पाठ पढ़ाई के द्वारा परमात्मा को प्राप्त नहीं किया जा सकता। परमात्मा हर समय हर जगह विराजमान है और इसकी जानकारी सद्गुरु के द्वारा की जा सकती है। इसको जानने के बाद इंसान का जन्म मरण का चक्कर समाप्त हो जाता है।
आज इंसान जाति पाति के भ्रम के कारण एक दूसरे का विरोध करते हैं जब ईश्वर की जानकारी हो जाती है तो यह सारे भ्रम दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा की हीन भावनाओं को दूषित मानकर त्यागने वाला ही हिंदू है, जो अल्लाह के हुकुम की तामिल करता है वही मुस्लिम है, और जो गुरु से सीखने की भावना रखता है वही सिख है। जिस प्रकार परमात्मा की कोई जाति नहीं होती इस प्रकार इंसान की भी कोई जाति नहीं है एक ही पहचान है (मनूर भव) मनुष्य बनो।
उन्होंने कहा कि गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है कि मैं योग माया के द्वारा छिपा होता हूं और जहां मेरे भक्त मेरी चर्चा करते हैं मैं वहां मौजूद होता हूं। मैं अजन्मा हूं, नित्य हूं, पुरातन हूं, सनातन हूं, मूल रूप से निराकार हूं। उ्रन्होंने कहा कि मिशन प्यार प्रेम मिलन का संदेश निरंतर दे रहा है। इस मन की स्मृतियों को परमात्मा से जोड़ दो मनुष्य बन जाओ।
हिन्दुस्थान समाचार/ विक्रम
/रामानुज
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