पानी की समस्या पर सिंचाई विभाग अलर्ट मोड पर : मुख्य अभियंता
देहरादून, 07 मई (हि.स.)। गर्मियां बढ़ते ही नदियों के मायके उत्तराखंड में पेयजल की समस्या बढ़ने लगती है। राजधानी देहरादून भी अपवाद नहीं है। यहां भी पेयजल समस्या लगतार बढ़ रही है। इस संबंध में मुख्य अभियंता जयपाल सिंह का कहना है कि पानी की कमी से निबटने का हर संभव प्रयास यिका जा रहा है। मंगलवार को उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के 1720 ट्यूबवेल से लगभग 308 ट्यूबवेल का मैदानी और तराई क्षेत्रों में सिंचाई के अलावा पेयजल के लिए भी प्रयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या के सुधार के लिए शासन पूरी तरह प्रयासरत है।
उत्तराखंड में लगातार बढ़ती गर्मी के चलते पानी की समस्या विकराल रूप लेती हुई नजर आ रही है। वहीं पेयजल के अलावा किसानों की फसलों की सिंचाई के लिए भी पानी की कमी देखने को मिल रही जिससे निपटने के लिए सिंचाई विभाग हर संभव कर रहा है। इस बात को लेकर सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता जयपाल सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश के 1720 ट्यूबवेल में से लगभग 308 ट्यूबवेल का मैदानी और तराई क्षेत्रों सिंचाई के अलावा पेयजल के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि इन ट्यूबवेल के पानी को पेयजल और सिंचाई के रूप में उपयोग करने के लिए अलग से समय निर्धारित किया गया है और विभाग की यह कोशिश रहती है कि सभी जलस्रोतों के पानी को पूर्ण रूप से उपयोग में लाया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज
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