उत्तराखंड में 12 हजार मतदाताओं ने घर बैठे डाले वोट, 145485 दिव्यांग-बुजुर्ग लोकतंत्र में देंगे आहुति
- मतदाताओं का बूथवार चिन्हिकरण, मिलेगी खास सुविधा
- संसाधनों की हुई मैपिंग, 14032 वॉलंटियर करेंगे सहायता
देहरादून, 15 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा चुनाव में दिव्यांग और वृद्ध मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से समाज कल्याण विभाग ने मुख्य निर्वाचन कार्यालय उत्तराखंड की सहायता से राज्य के कुल 80335 दिव्यांग एवं 85 आयु के 65150 वृद्ध मतदाताओं का बूथवार चिन्हिकरण किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखंड डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने सोमवार को बताया कि बार दिव्यांगजनों एवं बुजुर्ग मतदाताओं को घर से मतदान की सुविधा दी गई है। लोकसभा चुनाव प्रक्रिया में पहली बार यह सुविधा दी गई है। 12 हजार से अधिक मतदाताओं ने घर से अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
राज्य में पहली बार बृहद स्तर पर दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं की सहायता से बूथवार संसाधनों की मैपिंग की गई है। मतदान दिवस पर इन मतदाताओं को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से 1344 व्हीलचेयर, 1623 डोलियां, 3392 मैग्निफाइंग ग्लास, 95 ब्लाइंड स्टिक का बूथवार मैप किया गया है। इसके अलावा 57 व्हीलचेयर को संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं जिला समाज कल्याण अधिकारियों के साथ रिजर्व रखा जाएगा, जिसे आवश्यकता पड़ने पर पोलिंग बूथ पर उपयोग में लाया जाएगा। साथ ही मतदान दिवस पर 14032 वॉलंटियर अलग-अलग बूथों पर तैनात रहकर दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं की सहायता करेंगे। इनके आवागमन की सुविधा के लिए 208 वाहन राज्य भर में तैनात किए जाएंगे।
प्रत्येक विधानसभा में हाेंगे दिव्यांग बूथ और जिले में आदर्श दिव्यांग बूथ-
भारत निर्वाचन आयोग के सक्षम ऐप का विशेष प्रचार-प्रसार लगातार किया जा रहा है। अभी तक राज्य में 51100 दिव्यांगजनों ने सक्षम एप को अपने मोबाइल पर डाउनलोड किया है और कुल 2437 मतदाताओं ने व्हील चेयर की सुविधा का विकल्प चुना है। प्रत्येक विधानसभा में एक-एक दिव्यांग बूथ तैयार किए जाने के साथ प्रत्येक जनपद में एक आदर्श दिव्यांग बूथ तैयार किया जा रहा है, जहां हेल्प डेस्क, रैंप, व्हीलचेयर व अन्य सुविधाएं होगी।
23 दिव्यांग आइकन नामित, वीडियो संदेश के माध्यम से कर रहे मतदान की अपील-
राज्य में कुल 23 दिव्यांग आइकन नामित किए गए हैं, जो वीडियो संदेशों के माध्यम से दिव्यांगजनों से मतदान की अपील कर रहे हैं। साथ ही दिव्यांगजनों से संबंधित स्वयंसेवी संस्थाओं, वृद्धाश्रमों एवं कुष्ठ रोगी पुनर्वास केंद्रों के सहयोग से भी विशेष जागरुकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने का प्रयास-
बागेश्वर एवं चमोली जैसे दूरस्थ जनपदों में जहां ‘दिव्यांग रथ’ के माध्यम से मतदान जागरूकता का कार्य किया गया तो वहीं पौड़ी गढ़वाल में जिला निर्वाचन अधिकारी ने वृद्ध मतदाताओं से मतदान की अपील करते हुए विशेष पोस्टकार्ड भेजे। मूकबधिर मतदाताओं तक पहुंच बनाने के लिए सांकेतिक भाषा में वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज
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