जीवन में शान्ति और अहिंसा का स्थान प्रमुख : प्रो. शास्त्री

जीवन में शान्ति और अहिंसा का स्थान प्रमुख : प्रो. शास्त्री


हरिद्वार, 21 सितंबर (हि.स.)। बिना उद्देश्य जीवन निरर्थक तथा दिशा-विहीन है। मनुष्य का उद्देश्य इस धराधाम पर शान्ति और अहिंसा की स्थापना करना है। जिसकी खोज में मनुष्य अपने जीवन का अधिकांश समय बीता देता है। समृद्ध और सम्पन्न जीवन में शान्ति-अहिंसा का स्थान प्रमुख है।

21 सितम्बर विश्व शान्ति दिवस के अवसर पर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चन्द शास्त्री ने समाज में बढ़ रही नैतिक पतन की घटनाओं एवं बाजारवाद के कारण बढ़ती अशान्ति पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहाकि आज दुनिया में पृथ्वी, आकाश व सागर सभी अशांत हैं। स्वार्थ और घृणा ने मानव समाज को विखंडित कर दिया है। यूं तो विश्व शांति का संदेश हर युग और हर दौर में दिया गया है, लेकिन इसको अमल में लाने वालों की संख्या बेहद कम रही है।

उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण विश्व में शांति कायम करना आज संयुक्त राष्ट्र का मुख्य लक्ष्य है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर में भी इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि अंतरराष्ट्रीय संघर्ष को रोकने और शांति की संस्कृति विकसित करने के लिए ही यूएन का जन्म हुआ है। संघर्ष आतंक और अशांति के इस दौर में अमन की अहमियत का प्रचार-प्रसार करना बेहद जरूरी और प्रासंगिक हो गया है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र संघ उसकी तमाम संस्थाएं गैर सरकारी संगठन, सिविल सोसायटी और राष्ट्रीय सरकारें प्रतिवर्ष 21 सितम्बर को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस का आयोजन करती हैं।

गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शिवकुमार चौहान ने कहा कि विश्व शांति को सबसे बड़ा खतरा साम्राज्यवादी आर्थिक और राजनीतिक चाल से है। विकसित देश युद्ध की स्थिति उत्पन्न करते हैं, ताकि उनके सैन्य साजो-सामान बिक सकें। यह एक ऐसा कड़वा सच है जिससे कोई इंकार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि आज सैन्य साजो-सामान उद्योग विश्व में बड़े उद्योग के तौर पर उभरा है। उन्होंने कहा कि शान्ति तथा शस्त्र दोनाें एक साथ नहीं चल सकते हैं। शान्ति के लिए शस्त्र की विचारधारा को छोड़कर पंचशील के सिद्धान्त पर चलने की जरूरत है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story