गुरुद्वारा संत सागर बाउली साहिब में गुरुमत समागम का आयोजन
हरिद्वार,10 दिसंबर (हि.स.)। गैंडीखाता स्थित श्री गुरुद्वारा सन्त सागर बाउली साहिब में गुरु नानकदेव के 554वें प्रकाश पर्व को समर्पित सालाना गुरुमत समागम का आयोजन किया गया। हरमंदिर साहिब अमृतसर से आए हजूरी रागी जत्थे ने गुरुवाणी कीर्तन श्रवण कराया। पंजाब से आये कविशर जत्थे ने गुरु नानक देव की जीवनी और सिद्धांतों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। हजूरी ज्ञानी गुरमीत सिंह के जत्थे ने गुरुवाणी कीर्तन से संगतों को निहाल किया।
समागम के आयोजक कारसेवा संत भूरी वाले बाबा कश्मीर सिंह और बाबा सुखविंद्र सिंह द्वारा गुरु का अटूट लंगर लगाया गया इस गुरमत समागम में आसपास के क्षेत्र देहरादून, डोईवाला, हरिद्वार, रुड़की, ऐथल, पथरी, लक्सर, नजीबाबाद, काशीपुर और पंजाब आदि से सैकड़ों सिख संगतों ने हिस्सा लिया।
समागम के आयोजक बाबा सुखविन्दर सिंह भूरीवाले ने बताया कि गुरुद्वारा साहिब गैंडीखाता गुरु नानक देव की चरण छौ प्राप्त पुरातन स्थल है। जहां सिख संगतों के सहयोग से हर वर्ष गुरु नानक देव का महान प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरमत समागम का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि श्री गुरु नानक देव ने लोगों को अच्छा जीवन जीने के लिए कुछ खास मूल मंत्र दिए थे।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी गुरमत समागम में पहुंचे। उन्होंने कहा कि कार सेवा भूरी वालों का किसान आंदोलन में लंगर की सेवाओं और अन्य सुविधाओं के लिए सहयोग रहा है। गुरमत समागम में बाबा जग्गा सिंह, बाबा मोहन सिंह, गुरनाम सिह, बाबा हरि सिंह, बाबा बलवंत सिंह, बाबा परमजीत नुरदी और प्रबन्धक कमेटी के प्रधान परमजीत सिंह, चंचल सिंह, गुरविंदर सिंह, अमरीक सिंह, अमरजीत सिंह, कर्म सिंह, गुरदेव सिंह, सरवन सिंह सहित प्रबंधक कमेटी के सदस्य उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज
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