जी.बी. पंत विवि की छात्रा रितिका का फ्रांस में 7 महीने के लिए स्वयंसेवक के रूप में चयन
नैनीताल, 29 जुलाई (हि.स.)। गोविंद बल्लभ कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पंतनगर की छात्रा रितिका को फ्रांस में स्वयंसेवक के रूप में कार्य करने के लिए चयनित किया गया है। रितिका को पूरी वित्तीय सहायता के साथ सात माह के लिए फ्रांस भेजा जाएगा। कुलपति डॉ. एमएस चौहान और संकायाध्यक्ष कृषि महाविद्यालय डॉ. एसके कश्यप ने उसे फ्रांस रवाना होने से पूर्व विवि कार्यालय में फ्रांस के चयनित संस्थान की ओर से जारी निमंत्रण पत्र सौंपा और शुभकामनाएं दी।
रितिका गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पंतनगर के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय के फूड टेक्नोलॉजी में बी-टेक की स्नातक अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। फ्रांस सरकार ने पूर्ण वित्तीय सहायता के साथ सात माह के लिए उसे फ्रांस में स्वयं सेवक के रूप में चुना है। जुलाई 2023 में हस्ताक्षरित एमओयू के अनुसार, रितिका पंतनगर विवि की पहली छात्रा हैं जो सितंबर 2024 से मार्च 2025 तक फ्रांस के ऑक के गेर्स स्थित प्रशिक्षण संस्थान में स्वयं सेवक के रूप में सेवाएं देंगी। हल्द्वानी निवासी रितिका के पिता गिरीश चंद्र पांडे रानीखेत में पत्रकार हैं और माता नीरु पांडे जोशीमठ में बाल विकास परियोजना के पद पर कार्यरत हैं।
गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक की ओर से जुलाई 2023 में ऑस्ट्रेलिया की वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय में एक माह के शैक्षिक भ्रमण के अंतर्गत अनुसंधान कार्य हेतु चयनित 19 सदस्यीय दल में शामिल रितिका ने मौसमीय और खाद्य सुरक्षा विषय में कार्य किया। विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक डॉ. एचजे शिव प्रसाद के अनुसार ऑक के गेर्स स्थित स्थानीय सार्वजनिक कृषि शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान से जुलाई 2023 में हस्ताक्षरित एमओयू के तहत भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के अंतर्गत भारत और फ्रांस में स्वयं सेवकों की सहायता प्राप्त हुई है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य भारत-फ्रांस दोनों देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय गतिशीलता को बढ़ावा देना, खाद्य नवाचार और अंतरसांस्कृतिक गतिविधियों के साथ ही अंग्रेजी, हिंदी व फ्रेंच भाषाई दृष्टिकोण के माध्यम से व्यक्तिगत ज्ञान का आदान-प्रदान करना है। मेधावी रितिका की प्रारंभिक शिक्षा कक्षा दो तक बीरशिवा स्कूल रानीखेत और बारहवीं तक की शिक्षा सरस्वती एकेडमी स्कूल हल्द्वानी से हुई है। शिक्षा के दौरान उसने अनेक प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं। उसे कविता लेखन और कत्थक नृत्य का भी शौक है। रितिका अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों और अपनी दीदी रागिनी को देती हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी / वीरेन्द्र सिंह
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।