उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने का दावा हवा-हवाई : गरिमा मेहरा
देहरादून, 22 जून (हि.स.)। उत्तराखंड में टाटा समूह द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाए जाने के धामी सरकार के दावों को प्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने हवा-हवाई बताया। उन्होंने कहा कि 2018 और 2023 में हुए इंवेस्टर्स समिट में भाजपा मुख्यमंत्रियों ने अंधाधुंध पैसा खर्च किया परंतु प्रदेश के युवाओं को उन आयोजनों से कुछ हाथ नहीं लगा।
गरिमा ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य आज देश के उन चुनिंदा राज्यों में शरीक हो चुका है, जिनमें सर्वाधिक बेरोजगारी है। न सरकारी नौकरी और न ही स्वरोजगार के कोई रास्ते। युवाओं के लिए सब दरवाजे बंद नजर आ रहे हैं। भर्ती परीक्षाओं का आलम यह है कि एक के बाद एक प्रश्न पत्र लीक और घोटालों की खबरों ने युवाओं और उनके सपनों को तोड़कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि स्वयं विभागीय सचिव ने जानकारी देते हुए बताया है कि टाटा समूह अपनी सहयोगी ताइवान की कंपनियों के आने का और उनके हरी झंडी दिखाने का इंतजार करेगा और यह भी कि ताइवान की कंपनियां 2025 में भारत आएंगी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कोई भी समूह किसी प्रदेश में निवेश तब करता है जब वहां की कानून व्यवस्था सुदृढ़ और मजबूत हो, वहां आपराधिक घटनाएं कम होती हों। प्रदेश में पानी और बिजली की कोई किल्लत न हो, सड़क व्यवस्था भी किसी भी निवेश में अहम भूमिका निभाती है। दसौनी ने कहा कि धामी सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बहाल करने में पूरी तरह फेल है। चारों ओर पानी के लिए हाहाकार है और भयंकर गर्मी के बावजूद बिजली कटौती चल रही है। ऊर्जा प्रदेश होने के बावजूद महंगी दरों में बाजार से बिजली खरीदनी पड़ रही है। सड़क व्यवस्थाओं का आलम यह है कि आगामी मानसून में पोल-पट्टी सबके सामने आने वाली है। चारधाम यात्रा व्यवस्था पर भी सवाल उठाया।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र
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