फौजी की जमीन पर अतिक्रमण का खेल, न्याय व्यवस्था फेल
देहरादून, 18 फरवरी (हि.स.)। देश की रक्षा और सेवा को समर्पित सेवानिवृत्त फौजी अपने ही देश में खुद की जमीन-मकान की रक्षा को दर-दर भटक रहे हैं। मामला देहरादून नगर निगम क्षेत्र का है।
आरोप है कि उनकी भूमि पर अतिक्रमण कर नाली निर्माण कराया गया है। लगभग तीन वर्ष से न्याय की उम्मीद लिये सेवानिवृत्त फौजी सरकारी व्यवस्था से खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। सरकार व प्रशासन से उनकी मांग है कि मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाए।
नगर निगम देहरादून की कार्यशैली से त्रस्त उत्तराखंड के एक सेवानिवृत्त फौजी 75 वर्षीय सोबन सिंह सजवाण ने न्याय के लिए प्रशासन से लेकर शासन तक दरवाजा खटखटाया। यहां तक कि राज्यपाल और सोल्जर बोर्ड तक गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने ध्वस्तीकरण का आदेश भी दिया, लेकिन नगर निगम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
यह है मामला सेवानिवृत्त फौजी ने रविवार को हिन्दुस्थान समाचार से बताया कि देहरादून नगर निगम के वार्ड 11 में उनका मकान है। 16 जुलाई 2020 को नगर निगम की ओर से मकान का मुख्य गेट तोड़कर नाली निर्माण कराया जाने लगा, वह भी बगैर कोई सूचना दिए। जबकि पहले से ही कालोनी में नाली बना हुआ है। विरोध करने पर कर्मियों ने नोक-झोंक के साथ मारपीट की। इससे वे घायल हो गए। वे मामला कोर्ट में ले जाने का विचार कर ही रहे थे कि नगर निगम के अधिकारी, पार्षद व ठेकेदारों ने आसपास के लोगों को डरा-धमका कर नाली निर्माण पुन: प्रारंभ कर दिया। पुलिस-प्रशासन से लेकर शासन स्तर तक शिकायत के बावजूद न्याय नहीं मिला। यहां तक कि न्याय के लिए सेवानिवृत्त फौजी ने धरना भी दिया। नगर निगम की कार्यशैली से परेशान सेवानिवृत्त फौजी ने कहा कि न्याय न मिलने पर आत्मदाह करने के सिवाय अब कोई रास्ता नहीं है।
पति और पुत्र पर संपत्ति हड़पने का आरोप, न्याय की गुहार-
देहरादून के वाणी विहार अधोईवाला निवासी 64 वर्षीय सुमती देवी पत्नी बिशन सिंह ने भी अपनी पीड़ा बताई। इनके पति भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं, लेकिन इनका मामला सेवानिवृत्त फौजी सोबन सिंह सजवाण से अलग है। सुमती ने अपने ही पति और पुत्र पर संपत्ति हड़पने, मारपीट करने व घर से निकाल देने की धमकी देने का आरोप लगाया। यह भी आरोप है कि पति और पुत्र इनको मृत घोषित कर मकान अपने नाम कराने की कोशिश में हैं। परिवार की प्रताड़ना से क्षुब्ध महिला ने थक हारकर कोर्ट की शरण ले ली है। पीड़िता ने शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। यह मामला 2019 से चल रहा है।
खाता गलत बताकर भूमि हड़पने का खेल-
ए-5 कुमार दरी अजयपुर कला निवासी संतोष कुमार भी अतिक्रमण के शिकार हुए हैं। उनका प्लाट स्टोप टाउन में है। वहीं सर्वे ऑफ इंडिया से रिटायर्ड नेहरवान सिंह बिष्ट निवासी आदर्श विहार कारगी रोड देहरादून ने भी भूमि हड़पने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि तहसील से खातों में हेराफेरी की गई है। खाता गलत बताकर भूमि हड़पने का खेल चल रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज
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