...जब मोदी बोले- मुझे क्षमा कीजिए आप शांत रहेंगे क्या ?

...जब मोदी बोले- मुझे क्षमा कीजिए आप शांत रहेंगे क्या ?
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...जब मोदी बोले- मुझे क्षमा कीजिए आप शांत रहेंगे क्या ?


देहरादून, 11 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऋषिकेश की जनसभा में मोदी-मोदी की गूंज ही सुनाई दे रही थी, तो मंच के आगे नारे लगाते लोगों से मोदी बोल पड़े कि मेरी इधर से कुछ लोगों से प्रार्थना है और उधर से कुछ लोगों से प्रार्थना है, देखिए अब आप आगे आ नहीं सकते। हो सकता है कि आप में से बहुत लोग होंगे जो मुझे देख नहीं पा रहे हैं, लेकिन उसके लिए मुझे क्षमा करें। अब आप शांत रहेंगे क्या ? आप मुझे सुन करके संतोष कर लीजिएगा।

मोदी ने कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है जिसने बीते 10 वर्ष में भारत को पहले के मुकाबले कई गुना मजबूत कर दिया है। यह कहकर मोदी बोले-मेरी बात से आप सहमत हैं या नहीं तो हां की गूंज सुनाई दी।

आपका प्यार, उत्साह मेरे सर-आखों पर-

जो ज्यादा उत्साह और उमंग में हैं, उनसे मेरी प्रार्थना है कि ये जो ऊर्जा 19 अप्रैल तक लगाए रखनी है। यह बाेल, 'परिवारजन' से मिल खुशी से गदगद मोदी मुस्कुरा उठे। फिर उन्होंने आगे कहा कि साथियों सारी ऊर्जा आज मत खर्च कर दीजिए। आपका ये प्यार, उत्साह मेरे सर-आखों पर है। अगर आप इजाजत दें तो मैं बोलना शुरू करूं...।

आप सब कितने अच्छे हैं...

मोदी ने कहा कि मैं यहां बैठे-बैठे पुराने-पुराने चेहरे देख रहा था। दूर से मुंडी हिलाकर उनको नमस्ते कर रहा था। आप लोगों से मेरा इतना निकट नाता रहा है, दोस्तों ये मेरा सौभाग्य है। अगर मुझे अनुमति दें तो फिर मैं बोलना शुरू करूं तो हां की गूंज सुनाई दी। फिर मोदी ने कहा कि आप सब कितने अच्छे हैं।

मोदी बोले- धन्यवाद भइया-

इसके बाद संबोधन शुरू होने के कुछ देर बाद मोदी ने एक बार फिर कहा कि मुझे क्षमा कीजिए आप शांत रहेंगे क्या ? आपका ये प्यार, उत्साह मेरे सर-आखों पर है। मैं आपके प्यार को कभी भूल नहीं सकता, लेकिन मैं बोल ही न पाऊं इतना उत्साह करोगे तो इतने लोग हैं वो सुन नहीं पाएंगे। मुझे चिंता सबकी है, आपकी भी है। मोदी की इस बात पर सब शांत हो गए और पूरा जनसभा स्थल मोदी को सुनने में मगन हो गया। इस पर मोदी ने कहा, धन्यवाद भइया।

सुनाई अपनी यूएसए यात्रा की कहानी-

मोदी ने कहा कि एक जमाना था जब योग की पूरी दुनिया में धूम नहीं थी, तब भी दुनिया के कई देश के लोग योग के लिए ऋषिकेश आया करते थे। मुझे याद है बहुत पुरानी घटना है। मैं एक बार यूएसए गया था। मैं वेजिटेरियन खाना तलाश रहा था। इतने में एक छोटी सी दुकान में एक अमेरिकन नागरिक बैठा था और उसके गले में तीन-चार रुद्राक्ष की मालाएं थीं। मैं उसके पास गया तो उसने भी नमस्ते करके मेरा स्वागत किया, फिर मैंने उससे अपनी कठिनाई बताई तो उन्होंने कहा कि आप चिंता मत कीजिए, मैं वेजिटेरियन हूं। आपके लिए कोई प्रबंध करता हूं। उसने अपनी तरीके से कुछ वेजिटेरियन बनाकर खिलाया।

पर्यटन के क्षेत्र में एडवेंचर टूरिज्म है उत्तराखंड-

मोदी ने उनसे पूछा कि आपने ये सब कहां से सीखा, ये माला-वाला तो वह बोला कि मैं बहुत सालों से ऋषिकेश जाता-आता रहता हूं। बस उसी के कारण मेरी जिंदगी में ये बदलाव आया। ये ताकत और सामर्थ्य है इस भूमि की। पर्यटन के क्षेत्र में कोई ऐसा एडवेंचर टूरिज्म है तो उत्तराखंड है, राफ्टिंग करना हो, कैंपिंग करना हो या फिर अध्यात्म और योग में रुचि रखने वाले व्यक्ति हों तो ऋषिकेश आकर हर कोई आनंद से घर जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

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