उत्तरी क्षेत्र सम्मेलन में न्यायमूर्ति हिमा बोलीं- भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित करेगी कुटुम्ब न्यायालय समिति
- ई-कम्पेंडियम का अनावरण, नए क्रेच एवं चाइल्ड काउंसिलिंग रूम का उद्घाटन
- कुटुम्ब न्यायालय संबंधी विभिन्न बिदुंओं पर विस्तारपूर्वक किया गया विचार-विमर्ष
देहरादून, 6 अप्रैल (हि.स.)। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर देहरादून में शनिवार को दो दिवसीय कुटुम्ब न्यायालय समिति के उत्तरी क्षेत्र सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। सम्मेलन का उद्देश्य है कि हर उस व्यक्ति को, जो पारिवारिक न्यायालय में किसी मुकदमे का सामना भी नहीं कर रहा है, उसे जागरूक किया जाए कि भविष्य में जब उनके बच्चों की शादी हो और उन्हें बच्चा हो तो इसका पालन करना अनिवार्य है। यह जानकारी आने वाली पीढ़ियों को भी देनी होगी।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली की न्यायमूर्ति हिमा कोहली ने उच्चतम न्यायालय की कुटुम्ब न्यायालय समिति की ओर से तैयार ई-कम्पेंडियम का अनावरण किया। साथ ही देहरादून नवीन जिला न्यायालय परिसर में तैयार किए जा रहे नए क्रेच एवं चाइल्ड काउंसिलिंग रूम का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। कार्यशाला के पांच सत्रों में कुटुम्ब न्यायालय संबंधी विभिन्न बिदुंओं पर विस्तारपूर्वक विचार किया गया।
प्रत्येक पारिवारिक न्यायालय में बनेगा बाल कक्ष, नियुक्त होंगे काउंसलर
सम्मेलन में बताया गया कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने राज्य सरकार को दो कांउसलर, एक बाल काउंसलर और एक जनरल काउंसलर नियुक्त करने का निर्देश दिया है। इससे चार प्रमुख जनपद यथा देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर के पारिवारिक न्यायालय में मुकदमा करने वाले माता-पिता के बच्चों की मानसिक आवश्यकताओं की जांच की जा सकती है ताकि बच्चों को मानसिक रूप से पीड़ित न होना पड़े। प्रत्येक पारिवारिक न्यायालय में एक बाल कक्ष स्थापित करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि मुकदमा करने वाले माता-पिता के बच्चों के लिए सकारात्मक माहौल बनाया जा सके।
देहरादून के नवीन न्यायालय परिसर में बनेगा पालनाघर क्रेच
उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के निर्देश पर एडीआर में एक पालनाघर क्रेच स्थापित किया गया है। उच्च न्यायालय परिसर में मध्यस्थता और सुलह केंद्र-एडीआर केंद्र में वैवाहिक विवादों, वरिष्ठ नागरिकों के विवादों आदि के मामलों में परामर्श के लिए एक सामान्य परामर्शदाता और टूटे हुए विवाद के बच्चों के परामर्श के लिए एक बाल परामर्शदाता की नियुक्ति की प्रक्रिया गतिमान है। देहरादून के नवीन न्यायालय परिसर में भी क्रेच स्थापित किया जा रहा है।
दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, इलाहाबाद, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल समेत कई न्यायमूर्तियों का समागम
सम्मेलन में उच्च न्यायालय उत्तराखंड नैनीताल की मुख्य न्यायमूर्ति कु. रीतू बहरी, जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति एन. कोटेश्वर सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति अरूण भंसाली, उच्च न्यायालय उत्तराखंड नैनीताल के न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी एवं उच्च न्यायालय इलाहाबाद, दिल्ली, पंजाब एवं हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के न्यायमूर्ति आदि थे।
भारत में बढ़ता जा रहा हेरोइन का बाजार, जल्द चलेगा ड्रग जागरुकता अभियान
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सहयोग से सभी स्कूलों और संस्थानों को मिलाकर जल्द ही ड्रग जागरुकता अभियान शुरू किया जाएगा ताकि वे बच्चों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के प्रभाव के बारे में जागरूक करें और माता-पिता को बच्चों के लिए घर में एक खुशहाल माहौल बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। एनसीबी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक भारत में हेरोइन का बाजार बढ़ता जा रहा है। युवाओं और उनके अभिभावकों को सकारात्मक कदम उठाने होंगे कि वे किसी भी प्रकार का नशा न करें।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/प्रभात
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