इंजीनियर राज्य की प्रगति का मुख्य स्तंभ : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
- बोले, बुनियादी ढांचों व निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से न हो कोई समझौता
- निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखना तकनीकी संगठनों की जिम्मेदारी
देहरादून, 14 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री आवास मुख्य सेवक सदन पर गुरुवार को उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ की ओर से आभार एवं अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महासंघ के विभिन्न लंबित मांगों पर शासनादेश निर्गत किए जाने पर पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि देवभूमि को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाना सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। कुशल और प्रतिभाशाली इंजीनियर राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। इंजीनियर राज्य की प्रगति का मुख्य स्तंभ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे, विभिन्न विकास योजना, सरकारी भवन आदि प्रदेश में विकास सुनिश्चित करता है। इन बुनियादी ढांचों व निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चहिए। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखना तकनीकी संगठनों की जिम्मेदारी है। इस दौरान प्रांतीय अध्यक्ष एसएस चौहान, महासचिव मुकेश रतूड़ी, संरक्षक डीसी नौटियाल, हरीश नौटियाल, यूएस महर आदि थे।
कनिष्ठ अभियंताओं और सहायक अभियंताओं की ये मांग हुई पूरी, बढ़ेगा मनोबल ः
राज्य सरकार ने डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ की वर्षों से लंबित समस्याओं का समाधान किया है। कनिष्ठ अभियंता और अपर सहायक अभियंताओं के लिए वाहन भत्ते में वृद्धि करने के निर्णय के साथ प्रथम बार सहायक अभियंताओं को वाहन भत्ते के रूप में चार हजार रुपये अनुमन्य किये हैं। वहीं 1000 कनिष्ठ अभियंताओं को 10 वर्ष की निरंतर सेवा पर उच्च वेतन का लाभ प्रदान किया है। कनिष्ठ अभियंताओं को अपर सहायक अभियंता के पदों में वेतन विसंगति को दूर करने का निर्णय भी लिया है।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/दधिबल
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।