मनसा देवी मंदिर पहाड़ के ट्रीटमेंट की कवायद तेज
हरिद्वार,14 दिसम्बर (हि.स.)। हर की पैड़ी के समीप स्थित मनसा देवी मंदिर की क्षतिग्रस्त पहाड़ियों के ट्रीटमेंट की कवायद तेज हो गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर राजाजी पार्क प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त पहाड़ियों का निरीक्षण किया। पहले चरण में हिल बायपास मार्ग, रेलवे लाइन और पहाड़ी के नीचे आबादी वाले इलाकों में रिटेनिंग वॉल और नालों पर चेकडैम बनाए जाएंगे। दूसरे चरण में उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट सेंटर की कार्ययोजना पर काम शुरू होगा।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल के निर्देश पर उत्तराखंड सिंचाई विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की संयुक्त टीम ने भूस्खलन रोकने के लिए छोटी अवधि में होने वाले कार्यों को चिह्नित किया। इस दौरान टीम ने मौके पर रिटेनिंग वॉल, चेकडैम, नालों और नालियों के निर्माण आदि छोटी अवधि के कार्य को चिह्नित किया। जिलाधिकारी ने बताया निरीक्षण में हिल बाईपास की रिटेनिंग वॉल, सड़क किनारे बनने वाले नालों पर चेकडैम, निचली आबादी और रेलवे ट्रैक को आगामी वर्षाकाल में नुकसान न हो, ऐसे कार्यों को चिह्नित किया गया है। लंबी अवधि के कार्य की डीपीआर उत्तराखंड लैंडस्लाइड मैनेजमेंट एंड मिटिगेशन सेंटर बना रहा है।
गौरतलब है कि बीते बरसात में हुई भारी बारिश के चलते मनसा देवी की पहाड़ियों पर भयंकर भूस्खलन हुआ।भूस्खलन से हिल बाइपास मार्ग बंद पड़ा हुआ है। मनसा देवी पहाड़ से भूस्खलन के कारण निचले क्षेत्र में हर साल बड़ी आबादी को नुकसान उठाना पड़ता है। पहाड़ का मलबा लोगों के घरों में पहुंच जाता है। क्षेत्र की ब्रह्मपुरी, भूरे की खोल, भीमगोड़ा, खड़खड़ी, मनसा देवी मंदिर पैदल मार्ग, अपर रोड, सब्जी मंडी आदि क्षेत्रों में पहाड़ों का मलबा आता है।जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है।
हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत
/रामानुज
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।