उत्तराखंड विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत
देहरादून, 28 फरवरी (हि.स.)। उत्तराखंड विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण विधानसभा के पटल पर प्रस्तुत किया गया। वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत इस सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था में वर्ष 2022-23 में अनन्तिम अनुमान के अनुसार 7.2 प्रतिशत की वृद्धि आंकी गई है जबकि वर्ष 2023-24 में विकास दर 7.3 प्रतिशत रहने की सम्भावना है।
प्रचलित भावों पर सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 2022-23 में 272.40 लाख करोड़ रुपये तथा वर्ष 2023-24 में लगभग 296.57 लाख करोड़ आंका गया है। स्थिर भावों (आधार वर्ष 2011-12) पर जीडीपी वर्ष 2022-23 में 160.06 लाख करोड़ की तुलना में वर्ष 2023-24 में लगभग 171.78 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
वर्ष 2023-24 के दौरान मूल्य संवर्धन में वृद्धि मुख्यत: निर्माण उधोग (10.7 प्रतिशत), वित्त, रियल स्टेट एवं पेशेवर सेवाएं (8.9 प्रतिशत), बिजली, गैस, पानी ओर अन्य उपयोगी सेवायें (8.3 प्रतिशत), खनन एवं उत्खनन (8.1 प्रतिशत), लोक प्रशासन एवं अन्य सेवा (7.7 प्रतिशत), विनिर्माण क्षेत्र (6.5 प्रतिशत), तथा व्यापार, होटल, परिवहन एवं संचार सेवाएं, (6.3 प्रतिशत) में अनुमानित है। संरचनात्मक दृष्टि से वर्ष 2022-23 में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 20.32 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र का योगदान 25.56 प्रतिशत और तृतीयक क्षेत्र का योगदान 54.13 प्रतिशत रहने का अनुमान है। देश में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23 में 1,72,276 थी, जो वर्ष 2023-24 में 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हुए ? 1,85,854 होने का अनुमान है।
सर्वेक्षण के अनुसार राज्य अर्थव्यवस्था में वर्ष 2022-23 में अनन्तिम अनुमान के अनुसार 7.63 प्रतिशत की वृद्धि आंकी गई है जबकि वर्ष 2023-24 में विकास दर 7.58 प्रतिशत रहने की सम्भावना है। प्रचलित भावों पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वर्ष 2022-23 में 303.78 हजार करोड़ रुपये तथा वर्ष 2023-24 में लगभग 346.20 हजार करोड़ अनुमानित किया गया है। स्थिर भावों (आधार वर्ष 2011-12) पर जीडीपी वर्ष 2022-23 में 198.34 हजार करोड़ की तुलना में वर्ष 2023-24 में लगभग 213.37 हजार करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। वर्ष 2023-24 के दौरान मूल्य संवर्धन में वृद्धि मुख्यत: विनिर्माण क्षेत्र (13.86 प्रतिशत), परिवहन एवं संचार सेवाएं (10.64 प्रतिशत), वित्त, सेवाएं (8.90 प्रतिशत), निर्माण उद्योग (8 20 प्रतिशत), व्यापार एवं होटल सेवाए (7.76 प्रतिशत), लोक प्रशासन एवं अन्य सेवा (6.75 प्रतिशत) तथा बिजली, गैस, पानी और अन्य उपयोगी सेवाएं (7.12 प्रतिशत) में अनुमानित है।
संरचनात्मक दृष्टि से वर्ष 2023-24 में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 9.99 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र का योगदान 46.84 प्रतिशत तथा तृतीयक क्षेत्र का योगदान 43.17 प्रतिशत रहने का अनुमान है। राज्य में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2022-23 में 2,30,994 रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 12.64 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हुए ? 2,60,201 होने का अनुमान है।
राज्य आय एवं लोक वित्त-
वर्ष 2021-22 (अनन्तिम अनुमानों में) में हरिद्वार का सकल घरेलू उत्पाद सब से अधिक ? 85,636.20 करोड़ तथा जनपद रुद्रप्रयाग का सकल घरेलू उत्पाद सब से कम 2,838.87 करोड़ रुपये है। वर्ष 2021-22 (अनन्तिम) अनुमानों में मैदानी जनपदों यथा हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और देहरादून की प्रति व्यक्ति आय जो कि क्रमश: 3,62,688, 2,69,070 तथा 2,35,707 रुपये है, उत्तराखंड राज्य की प्रति व्यक्ति आय 2,05,246 रुपये से अधिक है। अन्य सभी पर्वतीय जनपदों की प्रति व्यक्ति आय राज्य की प्रति व्यक्ति आय से कम है।
हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज
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