जिला अस्पताल में महिला की माैत पर लापरवाही का आरोप, मजिस्ट्रेटी जांच की मांग
गोपेश्वर, 16 अगस्त (हि.स.)। चमोली जिला मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय में शुक्रवार को प्रसव के दौरान एक महिला की मृत्यु के बाद उसके परिजनों ने चिकित्सालय कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसके चलते कुछ समय के लिए सड़क को भी बाधित कर दिया गया। स्थिति तब नियंत्रण में आई जब एसडीएम चमोली माैके पर पहुंचे और परिजनों को समझाया।
मृतका रविता देवी के पति कविराज ने आरोप लगाया कि गुरुवार की देर रात प्रसव पीड़ा के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर जब उन्हाेंने स्टाफ को बुलाने की काेशिश की ताे कोई नहीं आया। सुबह छह बजे के सामान्य प्रसव हुआ, लेकिन कुछ देर में उनकी पत्नी की मृत्यु हाे गई। कविराज का कहना है कि यदि चिकित्सा कर्मियाें ने समय पर इलाज किया हाेता, तो उनकी पत्नी की जान बच जा सकती थी। नवजात शिशु का भी स्वास्थ्य खराब होने के चलते उसे श्रीनगर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर वाल्मिकी समाज के अन्य लोग भी जिला चिकित्सालय में इकट्ठा हाे गए और दाेषियाें के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। स्थिति काे बिगड़ते काे देख पुलिस भी माैके पर पहुंची, लेकिन मामला बढ़ता ही चला गया। इसके बाद एसडीएम चमोली आरके पाड़े मौके पर पहुंचे। परिजनों ने उनके सामने रात को ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्हें सस्पेंड करने की मांग करते हुए इस पूरे मामले में मजिस्ट्रेटी जांच की मांग की। मृतक के पति को नौकरी देने की मांग प्रशासन से की। उप जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
इधर, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. अनुराग धनिक ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जायेगी, पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारण का सही पता चल सकेगा। साथ ही, अस्पताल की आंतरिक जांच भी की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल / सत्यवान
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