डीएफओ ने वन सीमा पर खाई खुदान कराने के दिए निर्देश
ऋषिकेश, 23 अगस्त (हि.स.)। जिला अरण्यपाल अधिकारी (डीएफओ) नीरज कुमार शर्मा ने वन्यजीवों से फसल सुरक्षा को लेकर वन सीमा पर बहुउद्देशीय खाई खुदान कराने के निर्देश दिए हैं। निर्देशानुपालन के लिए प्रभारी वन क्षेत्राधिकारी प्रशिक्षु आईएफएस तरुण एस ने वन क्षेत्राधिकारी गम्भीर सिंह धमान्दा सहित अधीनस्थ अधिकारियों को वन्यजीव प्रभावित क्षेत्र खादर की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थानों को चयनित करने एवं सुरक्षा प्रबन्धन पर ध्यान देने को कहा।
स्थानीय निवासी एवं सामाजिक कार्यकर्ता विनोद जुगलान ने बताया कि खादर क्षेत्र गंगाजी का पहला उपजाऊ मैदान है। यहां वर्षों से उन्नत खेती होती थी, जिसे अब राजा जी नेशनल पार्क से आने वाले वन्यजीव लगातार उजाड़ रहे हैं। वन्यजीवों से प्रभावित किसान अब खेती से विमुख होकर खेत बेचने को मजबूर हैं। ऐसे में वन सीमा से वन्यजीवों की आमद को रोकने के लिए खाई खुदान जरूरी है। मामले की गंभीरता तो देखते हुए वन विभाग की ओर से यहां सोमवार को खाई खुदान का कार्य शुरू किया गया। जिसकी शुरुआत जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने नारियल फोड़कर गंगाजी को भेंट किया। इसके बाद यहां विधिवत पूजा-अर्चना के साथ वन सीमा पर खाई खुदान का कार्य शुरू होगया।
वन क्षेत्राधिकारी जी.एस. धमान्दा ने बताया कि खाई खुदान से हाथी जैसे भारीभरकम जीव अब गांव की सीमा पर प्रवेश नहीं कर पाएंगे। दूसरी ओर इसके साथ ही इस खाई के किनारों पर जंगली प्रजाति के बीज बोए जाएंगे। इससे आने वाले समय में वन सीमा पर बायो फेंसिंग बन जाएगी। इससे नमामि गंगे के तहत वर्ष 2020 में स्थापित दस हेक्टेयर प्लांटेशन की सुरक्षा भी हो सकेगी।
खाई खुदान के शुभारम्भ में पर्यावरण विद डॉ विनोद जुगलान, वन क्षेत्राधिकारी जीएस धमान्दा, उपराजिक अधिकारी सतीश पोखरियाल, डिप्टी रेंजर चन्द्र शेखर भट्ट, वनबीट अधिकारी राजेश बहुगुणा, अवतार सिंह रावत, वन आरक्षी सुभाष बहुगुणा, वनकर्मी मनोज कुमार भोला आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / विक्रम सिंह / वीरेन्द्र सिंह
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