होली मिलन समारोह में बिखरे गीत-संगीत के रंग
देहरादून, 17 मार्च (हि.स.)। उत्तरांचल प्रेस क्लब परिसर में रंगारंग सांस्कृतिक मंच पर रविवार को उत्तराखंड की सभ्यता के साथ कुमाउंनी और गढ़वाली संस्कृति की झलक दिखी। कलाकारों ने गीत-संगीत के ऐसे रंग बिखेरे मानो होली का खुमार चढ़ गया हो। गोलबंद और पिछोड़े में सजी महिलाओं में कुमाउंनी संस्कृति को बचाने का संदेश दे रही थीं।
होली मिलन समारोह में सभी ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी। सांस्कृतिक मंच पर गढ़वाली गीतों ने खूब समां बांधा। कार्यक्रम की शुरूआत लोक कलाकार दुर्गा सागर की प्रस्तुति से हुई। लोक कलाकार मंजू नौटियाल के गीत ‘शुरतु मामा’ और ‘ओ ब्वे मेरी कमरा पीड़ा व्हैगे’ में दर्शक झूम उठे। नवोदय कला विकास समिति के कलाकारों ने कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कवित्री डॉ. रजनी चौहान ने हास्य कविता से लोगों को मुग्ध कर दिया। इस दौरान लकी ड्रा कूपन निकाला गया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के साथ 10 सांत्वना पुरस्कार निकाले।
मुख्य अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल और प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि ने होली की बधाई देते हुए कहा कि होली पर्व प्रेम, उत्साह, रोमांच और भाईचारे का प्रतीक है। हर किसी को गिले-शिकवे भूलाकर एक-दूसरे को गले लगाना चाहिए। संचालन क्लब कार्यवाहक महामंत्री मीना नेगी और वीके डोभाल ने किया। इस दौरान अति विशिष्ट अतिथि भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह पुण्डीर, विशिष्ट अतिथि कंचन गुनसोला आदि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/रामानुज
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