मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा परिचालन केन्द्र का किया निरीक्षण, बोले- रिस्पांस टाइम कम से कम रखें

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मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा परिचालन केन्द्र का किया निरीक्षण, बोले- रिस्पांस टाइम कम से कम रखें


-मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से बारिश और जलभराव की ली जानकारी

देहरादून, 22 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राज्य आपदा परिचालन केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि आपदा की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई की जाए और रिस्पांस टाइम कम से कम हो। मुख्यमंत्री ने जिलधिकारियों से फोन पर वार्ता कर बारिश तथा जलभराव की भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री धामी सोमवार को देहरादून के आईटी पार्क स्थित आपदा परिचालन केन्द्र पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश की स्थिति का जायजा लेते हुए अधिकारियों को हर समय अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा परिचालन केन्द्र से जिलाधिकारी नैनीताल, बागेश्वर, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, देहरादून से फोन के माध्यम से वार्ता कर बारिश की स्थिति, सड़कों की स्थिति, विद्युत और पेयजल की उपलब्धता और जलभराव के बारे में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान से कोटद्वार क्षेत्र में बारिश के चलते उत्पन्न हालात और सतपुली मार्ग में बारिश के चलते गिर रहे पत्थरों को लेकर जानकारी ली। उन्होंने जिलाधिकारियों को सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में उन्हें शीघ्र खुलवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल भराव की स्थिति में निकासी की उचित व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने नदियों के जल स्तर बढ़ने की स्थिति में नदी किनारे और अन्य संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के लिए बारिश के तीन महीने काफी संवेदनशील हैं और सभी विभाग आपसी समन्वय और सामंजस्य के साथ कार्य करें। नदियों और जलाशयों के जलस्तर की लगातार मॉनीटरिंग की जाए। यदि कहीं भूस्खलन, जलभराव, बाढ़ आदि के कारण स्थानीय लोगों को खतरा उत्पन्न हो तो समय रहते उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए।

जिलाधिकारियों के साथ परस्पर समन्वय स्थापित करें

मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन सचिव को निर्देश दिये कि हर जिले की अतिवृष्टि की स्थिति पर निरन्तर नज़र बनाए रखें। जिलाधिकारियों के साथ परस्पर समन्वय स्थापित करें, ताकि किसी भी आपातकाल स्थिति से निपटा जा सके। राज्य के विभिन्न संवेदनशील इलाकों, अत्यधिक बारिश और आपदा ग्रस्त वाले इलाकों को लेकर भी विशेष नजर बनाए रखें।

चारधाम यात्रियों और कांवड़ियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रियों और कांवड़ियों की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि खराब मौसम के चलते यात्रियों की सुरक्षा के लिए उन्हें किसी स्थान पर रोकना पड़े या चारधाम यात्रा को भी कुछ समय के लिए रोकना पड़े तो, तो रोक लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। सरकार की प्राथमिकता है कि उनकी यात्रा सुखद और मंगलमय हो।

जो मार्ग बंद हो रहे हैं, उन्हें शीघ्र खोला जा रहा है

आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है और इसके चलते मार्ग बंद भी हो रहे हैं और खुल भी रहे हैं। जो मार्ग बंद हो रहे हैं, उन्हें तत्परता से खोला जा रहा है। सभी जिलाधिकारी अलर्ट मोड पर हैं। कुछ निचले स्थानों पर जलभराव की सूचना है। स्थानीय प्रशासन ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार / वीरेन्द्र सिंह

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