मुख्यमंत्री ने दुग्ध उत्पादकों के लिए दरों में एक रुपये बढ़ाने की घोषणा की, भराड़ीसैंण में खुलेगा बद्री गाय ट्रेनिंग सेण्टर
-मुख्यमंत्री ने राज्य पशुधन मिशन योजनान्तर्गत लाभार्थियों को वितरित किए चेक
-राज्य सरकार पशुपालकों के कल्याण और उत्थान के लिए है प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री
देहरादून,12 मार्च (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राज्य पशुधन मिशन योजनान्तर्गत लाभार्थियों को चेक वितरित किए। इस दौरान उन्होंने आंचल ब्राण्ड के शहद और इनामी योजना का भी शुभारंभ करते हुए भराड़ीसैंण में बद्री गाय ट्रेनिंग सेण्टर खोलने और दुग्ध दरों में एक रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की।
मुख्यमंत्री धामी मंगलवार को हाथीबड़कला में सर्वे ऑफ इण्डिया स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि किसान और पशुपालक देश, राज्य के विकास की नींव होते हैं। राज्य सरकार पशुपालकों के कल्याण और उत्थान के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है। किसानों और पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी करने और स्वरोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से राज्य पशुधन मिशन योजना शुरु की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार अंत्योदय के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। साथ ही अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचकर उनका उत्थान व सशक्तिकरण सुनिश्चित करने को संकल्पित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अगले दो वर्ष में दुधारू पशुओं, खच्चर, भेड़-बकरी, सूकर और मुर्गी पालन की लगभग 4500 इकाइयों की स्थापना के लिए ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह योजना सुदूर पर्वतीय क्षेत्रों में पारिवारिक पोषण और आजीविका को सुरक्षित बनाने के साथ ही पलायन को रोकने में भी मील का पत्थर साबित हुई है। छोटे स्तर पर पशुपालन करने वाले किसानों की समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई अभूतपूर्व योजनाएं शुरु की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पहली बार गोट वैली योजना संचालित की जा रही है, जिसके जरिए लगभग 1500 लाभार्थियों को एनसीडीसी के ऋण सहित लगभग 17 हजार से अधिक बकरियां वितरित की गई हैं। पोल्ट्री वैली और ब्रायलर फार्म की स्थापना करते हुए राज्य के कुक्कुट पालकों को कुक्कुट पालन व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसके तहत 10 जिलों में 4000 कुक्कुट पालकों को लाभान्वित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार भी किसानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है। देश में पहली बार नेशनल डिजिटल लाईवस्टेक मिशन योजना उत्तराखण्ड से प्रारम्भ की है। केंद्र सरकार की सहायता से 60 मोबाइल वेटनरी यूनिटों के माध्यम से पशुपालकों के द्वार पर पशुचिकित्सा, टीकाकरण, रोग परीक्षण आदि सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक सवा लाख से अधिक पशुओं की चिकित्सा की जा चुकी है।
95 विकासखण्डों में पशुचिकित्सा व पशु प्रजनन सेवाएं हाेंगी सुनिश्चित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस वर्ष 35 और मोबाइल वेटनरी यूनिट स्थापित कर राज्य के सभी 95 विकासखण्डों में पशुचिकित्सा व पशु प्रजनन सेवाएं सुनिश्चित करेंगे। केंद्र सरकार की ओर से संचालित राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत देहरादून में स्वदेशी गोवंशीय प्रजातियों के लिए प्रथम बार भ्रूण प्रत्यारोपण उत्कृष्ठता केन्द्र स्थापित किया गया है।
जैविक खेती का मूल आधार भी पशुपालन: मंत्री गणेश जोशी
इस मौके पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि बिना पशुपालन के क़ृषि की कल्पना नहीं की जा सकती है और जैविक खेती का मूल आधार भी पशुपालन ही है। उन्होंने सरकार की उपलब्ध्यिों का जिक्र करते हुये कहा कि विभिन्न विभागों में पांच हजार से अधिक नियुक्तियां और नकल विरोधी कानून को सख्ती से लागू किया गया है।
185 आवेदनों के लिए चार करोड़ आठ लाख रुपये स्वीकृत: सौरभ बहुगुणा
राज्य के पशुपालन, दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पशुपालन विभाग से सम्बन्धित जितनी भी नीतियां हमने मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत कीं, उन्हें उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया। जिसके परिणामस्वरूप आठ नई नीतियां बनाई गयीं। प्रदेश में पहली बार लाइव स्टॉक मिशन की स्थापना की, जिसके तहत 1800 आवेदन प्राप्त हुये, जिनमें से 185 आवेदनों के लिये चार करोड़ आठ लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी और हमारा प्रयास है कि जितने भी आवेदन आये हैं, उन्हें भी इसके तहत लाभान्वित किया जाये।
इस अवसर पर गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेन्द्र अंथवाल, अध्यक्ष ग्रामीण बैंक हरिहर पटनायक, निदेशक पशुपालन नीरज सिंघल, अपर निदेशक पी.एस भण्डारी, नीरज बोरा, लाभार्थीगण सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश
/सुनील
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।