मुख्यमंत्री धामी ने आपदाग्रस्त जखन्याली का किया स्थलीय निरीक्षण, बोले- लोगों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता

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मुख्यमंत्री धामी ने आपदाग्रस्त जखन्याली का किया स्थलीय निरीक्षण, बोले- लोगों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता


नई टिहरी, 01 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को टिहरी जिले के घनसाली तहसील के आपदाग्रस्त क्षेत्र जखन्याली का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र में मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया और प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि आपदा में आम लोगों की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने जिला प्रशासन को पूरी तत्परता से आपदा प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए।

आपदाग्रस्त क्षेत्र में पहुंचकर मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से कहा कि आपदा की इस घड़ी में शासन-प्रशासन उनके साथ खड़ा है। सरकार द्वारा प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने आपदा की इस घड़ी में सभी लोगों से एक-दूसरे का सहयोगी बनकर कार्य करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने टिहरी डीएम को आपदा प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने तथा राहत कैंपों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिये। साथ ही आपदा क्षति का आकलन कर तुरंत सुरक्षात्मक कार्य करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र में जन जीवन सामान्य बनाने के लिए सड़क कनेक्टिविटी, बिजली और पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिये। अधिकारियों को मौसम विभाग के जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अलर्ट मोड में रहने के लिए निर्देशित किया।

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को दी आपदा की जानकारी

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार की देर रात टिहरी जिले के घनसाली ब्लॉक के जखन्याली के पास बादल फटने से होटल बहने की सूचना मिली थी। जिसके बाद राजस्व पुलिस, पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य विभागों की टीम को जेसीबी, एम्बुलेंस सहित मौके के लिए रवाना किया गया। इसके बाद राहत बचाव कार्य शुरू किया गया। इस घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है। दो लोगों के शव रात में ही बरामद कर लिए गए थे। एक घायल ने अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में दम तोड़ा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आई आपदा में मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटरमार्ग को जोड़ने वाली पुलिया बहने, एक घोड़ा बहने की जानकारी है। अन्य परिसंपत्तियों को भी काफी नुकसान हुआ है। आपदा प्रभावितों के लिए अस्थाई महिला मिलन केंद्र जखन्याली में खाना, पेयजल और दूध पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा रहा है। उच्च प्राथमिक विद्यालय जखन्याली में प्रभावितों के लिए भोजन व्यवस्था के लिए किचन तैयार कर लिया गया है। आठ आपदा प्रभावितों को पांच-पांच हजार रुपये की अहेतुक राशि भी दी गई है।

उल्लेखनीय है कि जखन्याली में बीती रात को भारी बारिश के बाद आई आपदा के कारण तीन लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई। इसके साथ ही मुयाल गांव में घनसाली-तिलवाड़ा यात्रा मार्ग पर मोटर पुल बह गया। मुयाल गांव में एक घोड़ा, कृषि भूमि, पेयजल लाइनें, विद्युत लाइनें व सिंचाई नहरें आपदा की भेंट चढ़ गई।

विस्थापन की मांग की

जखन्याली के ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव के विस्थापन की मांग की है। ग्रामीण चंद्रमोहन नौटियाल ने कहा कि 10 वर्ष पूर्व 31 जुलाई, 2014 में भी गांव में आपदा आई थी, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही भवन व अन्य परिसंपत्तियां बह गई थीं।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रदीप डबराल / वीरेन्द्र सिंह

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