चारधाम यात्रा-2024 प्रारंभ होने से पूर्व सभी सड़कों और वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था दुरुस्त कर लें
प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप वेडिंग डेस्टिनेशन स्थलों तक सड़कों की उचित व्यवस्था हो: मंत्री महाराज
देहरादून, 17 जनवरी (हि.स.)। पर्यटन व संस्कृति, मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा-2024 प्रारंभ होने से पूर्व सभी सड़कों को दुरुस्त करने के साथ-साथ वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश देते दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए डेस्टिनेशन स्थलों तक पर्यटकों और यात्रियों के पहुंचने के लिए सड़कों का उचित प्रबंध किया जाए।
बुधवार को सचिवालय स्थित वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली सभागार (पंचम तल) विश्वकर्मा भवन में आयोजित एक बैठक के दौरान पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, धर्मस्व एवं संस्कृति, मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रा-2024 की पूर्व तैयारियों के सम्बन्ध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों से यह बातें कहीं।
मंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा सभी तैयारियों को समय से पूरा कर लिया जाये। वह स्वयं भी व्यक्तिगत रूप से यात्रा मांगों पर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। चार धाम यात्रा के दौरान तोता घाटी के समीप होने वाले भूस्खलन को देखते हुए श्रीनगर के समीप यात्रियों को मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी देने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं।
उन्होंने डंपिंग जोनों का समतलीकरण कर ऐसे स्थानों को पार्किंग के रूप में उपयोग किया जाए। उन्होंने आरटीओ को सभी सड़कों के मौका मुआयना करने के निर्देश देते हुए पर्यटकों और यात्रियों की समस्याओं को सुनने और उसके त्वरित समाधान के लिए पर्यटन पुलिस को दक्ष किए जाने के साथ-साथ उनकी एक पोशाक भी निर्धारित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि अक्सर चारधाम यात्रा के दौरान घोड़े खच्चरों के प्रताड़ना की खबरें प्रमुखता से सुनाई देती हैं इस पर अंकुश लगना चाहिए। अवरुद्ध सड़कों को खोलने की तुरंत व्यवस्था होनी चाहिए।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि आपदा की स्थिति में एअरलिफ्टिंग और एयर एंबुलेंस की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने चार धाम यात्रा के दौरान सुचारू पेयजल आपूर्ति किए जाने के साथ-साथ नियमित पेयजल आपूर्ति की दशा में वैकल्पिक व्यवस्था भी किए जाने के अधिकारियों को निर्देश दिए।
मंत्री ने जिला प्रशासन से चारधाम यात्रा के सभी पैदल मार्गो गौरीकुंड-केदारनाथ, जानकी चट्टी यमुनोत्री हेतु आवश्यक घोड़े खच्चरों व डंडे-कंडी की व्यवस्था तथा उनकी दरों के निर्धारण पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही।
बैठक में बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, पर्यटन विकास परिषद के अपर मुख्य अधिकारी युगल किशोर पंत,अपर सचिव गृह रिद्धिमा अग्रवाल,लोनिवि के सचिव पंकज पांडेय, मुख्यमंत्री के सलाहकार बी.डी. सिंह, बीकेटीसी के अनिल ध्यानी, जीएमवीएन की विप्रा त्रिवेदी, आर.पी. सकलानी, ऋषिकेश के एआरटीओ अरविन्द पाण्डेय, लोनिवि के प्रमुख अभियंता दीपक कुमार यादव, बीएसएनएल के डीजीएम पी के शर्मा, एनएच के दयानंद सहित रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जनपदों के अधिकारियों ने वर्चुअल बैठक में प्रतिभाग किया।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/रामानुज
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