उत्तराखंड में आपदा की स्थितियों पर केंद्र सरकार की नजर, केदारनाथ धाम समेत रुद्रप्रयाग जिले में अभी 1500 लोग फंसे
- एसडीआरएफ-एनडीआरएफ व राज्य सरकार के पांच हेलीकॉप्टर के साथ वायुसेना का रेस्क्यू जारी
देहरादून, 02 अगस्त (हि.स.)। आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड की स्थितियों पर राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार की भी नजर है। एसडीआरएफ-एनडीआरएफ व राज्य सरकार के पांच हेलीकॉप्टर के साथ वायुसेना के एमआई-17 एवं चिनूक हेलीकॉप्टर ने मोर्चा संभाल लिया है। अब स्थिति सामान्य बताई जा रही है। हालांकि अभी 1500 लोग आपदा में फंसे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला जा रहा है।
उत्तराखंड राज्य का रुद्रप्रयाग जनपद आपदा की दृष्टि से संवेलनशील श्रेणी में है। गत 31 जुलाई की रात आई आपदा से सबसे अधिक रुद्रप्रयाग जिला प्रभावित हुआ, वह भी केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग। सरकारी सुरक्षा तंत्र ने आपदा में फंसे सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला है। अभी जो यात्री फंसे हैं उन्हें निकाला जा रहा है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के ड्यूटी ऑफिसर व अनु सचिव विकास कुमार श्रीवास्तव की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार रुद्रप्रयाग जनपद में शुक्रवार को केदारनाथ धाम में अभी 800 लोग फंसे हैं। लिनचोली में 150, भीमबली में 300 व चीड़बासा में 200 लोग फंसे हैं। शुक्रवार सुबह 60 तीर्थयात्रियों को हेली रेस्क्यू के माध्यम से शेरसी एवं गुप्तकाशी पहुंचाया गया।
रुद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-107 पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक
मार्गों की स्थिति की बात करें तो 24 घंटे में 82 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं जबकि पहले से अवरुद्ध 70 मार्ग खाेल दिए गए हैं। रुद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-107 पर कुंड तक यातायात सुचारू है। कुंड पुल का एबेटमेंट में कटाव होने के कारण सुरक्षा के दृष्टिगत हल्के एवं भारी वाहनों का आवागमन बंद किया गया है। भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग कुंड चुन्नी बैंड से कालीमठगेट-गुप्तकाशी का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं लिनचौली में भूस्खलन से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग अवरूद्ध है। रामबाड़ा के पास भूस्खलन होने से दो स्थायी पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। मसूरी-ग्लोगी के नए सिंकिंग भाग में 30 मीटर लंबाई में 50 मीटर नीचे से भू-धंसाव से रोड केवल तीन मीटर चौड़ी रह गई है।
टिहरी में 96 परिवार के 201 लोगों के लिए सहारा बना राहत शिविर
टिहरी जनपद के बालगंगा तहसील अंतर्गत ग्राम पिस्वाड़, तोली, बुढ़ाकेदार, जखाणा, तिनगढ़ एवं नौतड़ गदेरा जखनियाली में अतिवृष्टि—बादल फटने से 96 परिवार प्रभावित हुए थे। सभी को सुरक्षा के दृष्टिगत राहत शिविर में रखा गया है। बालगंगा तहसील अंतर्गत घनसाली के तिनगढ़ गांव स्थित राजकीय इंटर कालेज विनकखाल में बनाए गए राहत शिविर में 95 परिवार के 196 लोग रह रहे हैं। वहीं जखन्याली गांव स्थित महिला मिलन केंद्र एवं जनता जूनियर हाईस्कूल में बनाए गए राहत शिविर में एक परिवार के पांच लोग निवासरत हैं। कुल 96 परिवार के 201 लोग राहत शिविर में रह रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण / वीरेन्द्र सिंह
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