बजट दिशाहीन और विकास विरोधी : करन माहरा

बजट दिशाहीन और विकास विरोधी : करन माहरा
WhatsApp Channel Join Now
बजट दिशाहीन और विकास विरोधी : करन माहरा


देहरादून, 27 फरवरी (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने उत्तराखंड सरकार के वित्त मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल के वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तुत बजट को दिशाहीन, प्रतिगामी, विकास विरोधी, महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाने वाला चुनावी बजट बजट बताया है।

बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि वित्तमंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने सदन में जो बजट प्रस्तुत किया है वह दिशाहीन, प्रतिगामी, महंगाई व बेरोजगारी बढ़ाने और राज्य की आर्थिक वृद्धि पर चोट पहुंचाने वाला है। राज्य के वित्त मंत्री ने बजट में विकसित उत्तराखंड का सब्जबाग दिखाते हुए योजनाओं का नाम बदल कर नई बोतल में पुरानी शराब वाला फार्मूला अपनाया है।

उन्होंने कहा कि राज्य की धामी सरकार द्वारा प्रस्तुत किये गये बजट में नया कुछ भी नहीं है। इस बजट में महंगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, नये रोजगार व पलायन रोकने के कोई प्रावधान नहीं किये गये हैं। बार-बार किसानों की आय दोगुनी करने का ढोल पीटने वाली भाजपा सरकार ने किसानों के लिए बजट में कुछ भी नई घोषणा नहीं की गई है।

माहरा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024 के लिए सभी क्षेत्रों में निराशाजनक बजट प्रस्तुत किया गया है। बजट में ग्रामीण क्षेत्रों, किसानों तथा बेरोजगारों व महिलाओं के सिरका बोझ कम करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। प्रत्येक वर्ष की भांति बजट का आकार तो बढ़ाया गया है, लेकिन आय के नये स्त्रोत नहीं बताये गये हैं। बजट में ऐसे विभाग जो गांव, गरीब, दलित व कमजोर तबके को लाभ पहुंचाने वाले हैं। उनके बजट जैसे कृषि विभाग, समाज कल्याण विभाग, एस.सी.पी., एस.टी.पी., स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी तथा पंचायतों के बजट में आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए आंकड़ों की जादूगरी के सिवा कुछ नहीं किया गया है। पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन रोकने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया, बजट में पर्यटन, महिला सुरक्षा, बेरोजगार नौजवानों के भविष्य की घोर उपेक्षा की गई है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में क्लस्टर एप्रोच तथा विशेषज्ञ चिकित्सा उपचार की बात कही गई है जबकि सर्व विदित है कि प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से रुग्ण हो चुकी है। लोग महंगे निजी चिकित्सालयों में इलाज को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा की मूलभूत सुविधाओं के लिए पिछले बजट में 10 करोड़ के बजट की घोषणा की गई थी,लेकिन इस बजट में मात्र 50 लाख का प्रावधान किया गया है जबकि राज्य में चारधाम यात्रा एवं पर्यटन राज्य की आय के मुख्य स्रोत हैं। बजट में इसके लिए नाम मात्र की घोषणा की गई है। राज्य सरकार के बजट में स्वयं के संसाधनों से 20891 करोड़ की प्राप्ति दर्शाई गई है जो कि पिछले राजस्व के मुकाबले 3853 करोड़ रुपये कम है। राज्य सरकार के बजट में केन्द्र सरकार के बजट की झूठी घोषणाओं का ढिंढोरा पीटा गया है।

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने भी राज्य सरकार के बजट को निराशाजनक बताते हुए बजट की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने बजट में केंद्र की कोरी घोषणाओं का ढिंढोरा पीटने के साथ ही नई घोषणाओं का अंबार लगा कर घाटे का बजट पेश कर राज्यवासियों को कर्ज के बोझ तले दबाने का षड्यंत्र किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story