दूसरों के लिए जिएं : पूनम बहन
काशीपुर/उधमसिंह नगर, 28 मई (हि.स.) । ब्रह्माकुमारी पूनम बहन ने कहा कि दूसरों के लिए जिएं। रिश्तों में प्यार, सम्मान, दर्द जो भी हम देते हैं, वही वापस आता है। निरीक्षण करिए मुझे संबंधों में क्या देना है? याचक नहीं दाता बनना है। यही भारत की प्राचीन संस्कृति है। सबको प्यार, शुभकामना, खुशी, दुआएं, सहयोग देना है, तभी हम सदा सुखी रह पायेंगे।
वे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय काशीपुर के तत्वाधान में रामलीला मैदान में आयोजित नौ दिवसीय अलविदा तनाव शिविर में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि सब कुछ परमात्मा को सौंप दें- सुखी रहने के लिए ट्रस्टी बनकर सब कार्य करें। जिम्मेवारी परमात्मा को दे दें। घर का प्रमुख परमात्मा को बना दे। हर आत्मा का अपना भाग्य है। ट्रस्टी बन पूरी ऊर्जा लगाकर हर कार्य को करें। फिर परिणाम परमात्मा को अर्पित कर दें। दिल से अर्पित करेंगे तो परमात्मा की शक्तियां काम करने लगेंगी और समाधान सामने आ जाएगा।
हिंदुस्थान समाचार/हरदीप शर्मा/सत्यवान/रामानुज
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