शंकराचार्य गद्दी और देवडोलियों के साथ श्री रावल पहले प्रवास के लिए पहुंचे पांडुकेश्वर

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शंकराचार्य गद्दी और देवडोलियों के साथ श्री रावल पहले प्रवास के लिए पहुंचे पांडुकेश्वर


शंकराचार्य गद्दी और देवडोलियों के साथ श्री रावल पहले प्रवास के लिए पहुंचे पांडुकेश्वर


जोशीमठ,19 नवंबर (हि.स.)। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार 18 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होने के बाद देवडोलियों का पहले प्रवास के लिए प्रस्थान हुआ।

कपाट बंद होने के बाद गढ़वाल स्काउट के बैंड के साथ रविवार सुबह 10 बजे बदरीनाथ धाम से प्रस्थान कर श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी और रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी सहित आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल और वेदपाठी रविंद्र भट्ट एवं सैकड़ों श्रद्धालु-हक हकूक धारियों के साथ देवडोलियां योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचीं। जहां देवडोलियों का भव्य स्वागत हुआ।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार एवं मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान देवडोलियों के साथ ही बदरीनाथ धाम से योग बदरी पांडुकेश्वर पहुंचे। इस दौरान बेनाकुली, हनुमान चट्टी, लामबगड़ जेपी डेम साइट, पांडुकेश्वर बाजार में श्रद्धालुओं ने देवडोलियों के दर्शन किये।

कपाट होने के बाद शनिवार 18 नवंबर शाम को श्री कुबेर जी रात्रि प्रवास के लिए बामणी गांव पंहुंचे थे। 19 नवंबर रविवार को बामणी से प्रस्थान कर पांडुकेश्वर पहुंचे। जबकि बदरीनाथ से रविवार 19 नवंबर रविवार प्रात: 10 बजे को श्री उद्धव जी और आदि गुरु शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी रावल जी सहित पांडुकेश्वर पहुंचे। रविवार को श्री कुबेर जी, उद्वव जी एवं शंकराचार्य जी की गद्दी पांडुकेश्वर पहुंचने के दौरान जय बदरीविशाल तथा सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों से वातावरण गूंज उठा।इस दौरान लोगों ने देवडोलियों पर फूल वर्षा की।

श्री उद्धव जी योग बदरी मंदिर एवं कुबेर जी अपराह्न अपने पांडुकेश्वर स्थित मंदिर में पहुंचे जहां पांडुकेश्वर गांव के श्रद्धालुओं ने कुबेर जी श्री उद्धव जी तथा शंकराचार्य गद्दी सहित रावल जी का स्वागत किया तथा महिला मंगल दल पांडुकेश्वर ने भजन कीर्तन का आयोजन किया।

श्री कुबेर जी, श्री उद्धव जी शीतकाल छह मास पांडुकेश्वर में प्रवास करेंगे। जबकि श्री गरुड़ जी शीतकाल में जोशीमठ प्रवास करेंगे। भगवान नारायण के वाहक श्री गरुड़जी शनिवार देर रात मंदिर समिति खजाने के साथ श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंच गये हैं। इस अवसर पर जोशीमठ में लेखाकार भूपेंद्र रावत, पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी, नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरवाण, मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ प्रबंधक भूपेंद्र राणा,पुजारी सुशील डिमरी, संदेश मेहता, जयदीप सिंह, प्रदीप बिष्ट मोहन प्रसाद मैखुरी कन्हैया लाल आदि मौजूद रहे।

सोमवार 20 नवंबर प्रात: आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी योग बदरी पांडुकेश्वर से श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ को प्रस्थान करेगी तथा दोपहर तक श्री नृसिंह मंदिर पहुंचेगी। शीतकाल छह माह श्री नृसिंह मंदिर स्थित आदि गुरु शंकराचार्य गद्दीस्थल प्रवास करेंगी। इसके पश्चात योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में शीतकालीन पूजायें शुरू होंगी और इसी के साथ यात्रा वर्ष 2023 का भी समापन हो जाता है।

पांडुकेश्वर में इस अवसर पर नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी, सीओ पुलिस एचएस रावत, संत आत्मानंद, पांडुकेश्वर ग्राम पंचायत प्रधान बबीता पंवार, दिगंबर पंवार सोमेश पंवार,रितेश सनवाल,उत्तम मेहता,जसबीर मेहता पुजारी परमेश्वर डिमरी,नवीन भंडारी, बीरेंद्र भंडारी राघव पंवार, विकास सनवाल, अमित पंवार,राजदीप सनवाल, राजेश नंबूदरी आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रकाश कपरूवाण /रामानुज

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