बीकेटीसी के अस्थायी कर्मियों के विनियमितीकरण की घोषणा के लिए अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का जताया आभार

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बीकेटीसी के अस्थायी कर्मियों के विनियमितीकरण की घोषणा के लिए अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का जताया आभार


देहरादून, 6 अक्टूबर (हि.स.)। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बीकेटीसी के अस्थायी कार्मिकों के वन टाइम सेटलमेंट के तहत विनियमितीकरण की घोषणा करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया। अध्यक्ष अजय ने कहा कि अस्थायी कार्मिकों के विनियमितीकरण से बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा व्यवस्था सुदृढ़ होगी और कर्मचारियों का भविष्य भी सुरक्षित होगा। इससे अस्थायी कार्मिकों में खुशी की लहर है।

रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि में रविवार को आयोजित लखपति दीदी अभियान-शक्ति का सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने अन्य घोषणाओं के साथ बीकेटीसी के कर्मचारियों के विनियमितिकरण की भी घोषणा की है। दरअसल, गत 28 सितंबर को बीकेटीसी अध्यक्ष ने अस्थायी कार्मिकों के वन टाइम सेटमेंट के लिए पत्र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र सौंपकर अनुरोध किया था। पत्र में बीकेटीसी अध्यक्ष ने अनुरोध किया था कि बद्रीनाथ व केदारनाथ धाम में गत वर्षों की तुलना में इस वर्ष तीर्थयात्रियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है, जो यात्राकाल के प्रारंभ से ही आतिथि तक 12 लाख से अधिक हो चुकी है।

बद्रीनाथ मंदिर अधिनियम 1939 की धारा 23 के अनुसार मंदिर समिति के मुख्य दायित्वों में यात्रियों को दर्शन एवं पूजा के अलावा आवासीय व्यवस्था उपलब्ध करवाना है। इसके लिए ऋषिकेश-बद्रीनाथ-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के मुख्य पड़ावों पर समिति के यात्री विश्राम गृह निर्मित हैं, जिनका प्रबंधन मंदिर समिति की ओर से किया जाता है। इन विश्राम गृहों में तीर्थयात्रियों को न्यूनतम दर पर आवासीय व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाती है। वर्ष 2013 से पहले बदरीनाथ-केदारनाथ में सीमित संख्या में यात्रियों का आवागमन होता था। वर्ष 2019 के बाद दोनों धामों में यात्रियों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है। भविष्य में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है। ऐसे में समिति के विश्राम गृहों को और अधिक सुदृढ़ किया जाना आवश्यक होगा।

पत्र में यह भी लिखा है कि बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अंतर्गत मुख्य मंदिरों के अलावा 45 अन्य सहवर्ती मंदिर हैं, जिनका सम्पूर्ण प्रबंधन मंदिर समिति द्वारा किया जाता है। इन सहवर्ती मंदिरों में दर्शन के लिए बढ़ रही तीर्थयात्रियों की संख्या को व्यवस्थित करने एवं सुलभ दर्शन व्यवस्था कराने के दृष्टिगत मंदिर समिति द्वारा नियत वेतन पर अस्थायी कार्मिकों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने सहित सुलभ पूजा एवं दर्शन कराने के लिए मंदिर समिति ने अस्थाई कार्मिकों की नियुक्ति की है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में मंदिर समिति के अंतर्गत बद्रीनाथ-केदारनाथ अधिष्ठान सहित 45 सहवर्ती मंदिरों, एक आयुर्वेदिक फार्मेसी विद्यालय एवं आठ संस्कृत महाविद्यालय, विद्यालयों आदि में लिपिक, शैक्षिक-शिक्षणेत्तर, चतुर्थ श्रेणी-प्रकृति से संबंधित कार्यों के लिए नियत वेतन पर कुल 388 अस्थाई कार्मिक नियुक्त हैं, जो अल्प वेतन पर 15-20 वर्षों से कार्यरत हैं। इन कार्मिकों के भविष्यगत परिस्थितियों एवं हितों को सुरक्षित करने के दृष्टिगत मंदिर समिति की गत छह जनवरी को हुई बोर्ड बैठक में प्रस्ताव के जरिए बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति में कार्यरत अस्थायी कार्मिकों का वन टाइम सेटलमेंट करते हुए उनके विनियमितिकरण के लिए प्रस्ताव शासन को संदर्भित किए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई थी। वहीं बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अस्थायी कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय का आभार जताया है।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

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