मोबाइल वेटनरी यूनिट (1962) कॉल सेंटर की कार्यशैली से पशुपालन मंत्री नाराज, दी चेतावनी
देहरादून, 29 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सोमवार को मोथरोवाल प्रशासनिक भवन स्थित मोबाइल वेटनरी यूनिट (1962) कॉल सेंटर का औचक निरीक्षण किया। पशुपालन मंत्री ने पशुपालकों से दूरभाष पर वार्ता कर मोबाइल वेटनरी सेवा (1962) का फीडबैक लिया।
पशुपालन मंत्री ने जनपद पौड़ी के पोखरी गांव निवासी पशुपालक गजपाल, रुद्रप्रयाग के महड़ गांव निवासी पशुपालक वासुदेव व प्रेमनगर निवासी रचना, बागेश्वर के मैगड़ी गांव निवासी लक्ष्मण सिंह, अल्मोडा के रतखाल निवासी उमेश सिंह, नैनीताल के तीनपानी गांव निवासी देवेंद्र से दूरभाष पर मोबाइल वेटनरी सेवा (1962) के संबंध में वार्ता की। अधिकांश पशुपालकों ने संतुष्टी जताई और मोबाइल वेटनरी सेवा (1962) की प्रशंसा की। पशुपालक वासुदेव के घर पर सड़क ब्लाक होने के कारण चिकित्सा टीम नहीं पहुंच सकी है। इसके लिए पशु चिकित्साधिकारी को इलाज के निर्देश दिए गए। इसके अलावा चमोली के पशुपालक लक्की नेगी ने बताया कि उनके घर पर चिकित्सा के लिए आपतकालीन सेवा उपलब्ध नहीं हो सकी है। पशुपालन मंत्री ने वहां मौजूद निदेशक को यथाशीघ्र पशु चिकित्साधिकारी को चिकित्सा के लिए भेजने के निर्देश दिए।
पशुपालकों की समस्या हल नहीं किए जाने पर नोटिस जारी करने के निर्देश
पशुपालन मंत्री ने कतिपय पशुपालकों को 1962 की सेवा शाम छह बजे के उपरांत उपलब्ध नहीं कराने पर नाराजगी जताई और 1962 के हेड ईएमआरआई हरित स्वास्थ्य सेवा देहरादून को शाम छह बजे के बाद भी पशुपालकों को सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। पशुपालन मंत्री ने ईएमआरआई हरित स्वास्थ्य सेवा देहरादून को समय पर पशुपालकों की समस्या हल न किए जाने को लेकर अंतिम चेतावनी नोटिस निर्गत करने के लिए पशुपालन निदेशक को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने भविष्य में यह सेवा सुगमता से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण / वीरेन्द्र सिंह
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