शांतिकुंज में हुुआ त्रिदिवसीय राज्य कला उत्सव
हरिद्वार,07 दिसंबर (हि.स.)। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में चल रहे तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कला उत्सव हो गया। उत्तराखंड के सभी तेरह जिलों के चयनित कक्षा 9 से 12 तक के 248 विद्यार्थियों ने दस विधाओं में अपना हुनर दिखाया। समापन सत्र में सर्वाेत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विजयी विद्यार्थी आगामी जनवरी माह में होने वाले राष्ट्रीय कला उत्सव में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे।
तीन दिन चले इस उत्सव में अल्मोड़ा के 17, बागेश्वर के 19, चमोली के 21, चंपावत के 17, देहरादून के 20, हरिद्वार के 23, नैनीताल के 16, पौड़ी गढ़वाल के 23, पिथौरागढ़ के 21, रुद्रप्रयाग के 11, टिहरी गढ़वाल के 17, ऊधमसिंह नगर के 21 और उत्तरकाशी के 22 छात्र- छात्राओं ने शास्त्रीय संगीत (गायन), पारंपरिक लोकगीत (गायन), वादन, शास्त्रीय नृत्य, लोकनृत्य, एकल अभिनय, दृश्य कला (द्विआयामी), दृश्य कला (त्रिआयामी) और स्थानीय खिलौने एवं खेल की श्रेणाी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इसमें गीतांजलि जोशी-अल्मोड़ा, वंदना कौशल-बागेश्वर, दिव्यांशु-चमोली, धु्रव वर्मा-देहरादून, जयेन्द्र-हरिद्वार, आरोही पंत-नैनीताल, प्रखर जोशी-नैनीताल, भावेश पाण्डेय-नैनीताल, चांदनी-पौड़ी गढ़वाल, हेमा चक्रवर्ती-पौड़ी गढ़वाल, पवन कुमार-ऊधमसिंह नगर आदि ने अपनी अपनी विधा में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन किया। खुशी हातेली, अर्जुन, मनीषा भट्ट, आदित्य गिरि, सुमित बिष्ट, समीर तिवारी, प्रियल जोशी, योगेश्वरी, दिव्यांशु त्रिपाठी, आंचल, अमित सैनी को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।
सहायक राज्य परियोजना निदेशक उत्तराखंड प्रद्मुम्न रावत ने बताया कि समग्र शिक्षा के अंतर्गत राज्य स्तरीय कला उत्सव का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के विद्यार्थियों में लोक उत्सवों के प्रति रुझान पैदा करना एवं उसका संवर्द्धन करना है। समापन अवसर पर राज्य भर से आये छात्र-छात्राओं के अलावा अध्यापक, आध्यापिकाएं एवं अभिभावक गण मौजूद रहे।
हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज
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