यमुना घाटी में मरोज महोत्सव, जौनसार-जौनपुरी लोक संस्कृति की धूम
उत्तरकाशी, 29 दिसंबर (हि.स.)। यमुना घाटी के पुरोला में रवांई, जौनसार और जौनपुरी समुदाय के लोगों ने एक दिवसीय मरोज महोत्सव हर्षोल्लास और रंगारंग लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाया। महोत्सव का उद्देश्य क्षेत्र की लोक संस्कृति, परंपराओं और बोली-भाषाओं को सहेजना और नई पीढ़ी तक पहुँचाना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय बोली और भाषा में परिचय देने से हुई, जिससे सांस्कृतिक एकता और सौहार्द का संदेश मिला। इसके बाद पारंपरिक लोक गीतों और तांदी नृत्य की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजे जौनसारी, बाबरी और जौनपुरी लोगों की प्रस्तुति महोत्सव का मुख्य आकर्षण रही।
महोत्सव में जौनसार-बाबर और जौनपुरी क्षेत्रों की लोक परंपराओं, रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। अन्य कस्बों से आए लोगों ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन लोक संस्कृति के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
इस मौके पर अध्यक्ष देवराज तोमर, शीशपाल सिंह, सूरत सिंह चौहान, गम्भीर तोमर, कांतिराम जोशी, आकाश रावत, ब्रह्मदत्त जोशी, लाल सिंह, अब्बल राणा, राकेश चौहान, प्रदीप दयाल और अन्य दर्जनों लोग परिवार सहित मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल

