सेना दिवस पर सुरक्षा घेरे में रहेगा जयपुर: ड्रोन उड़ाने पर लगा पूर्ण प्रतिबंध
जयपुर, 18 दिसंबर (हि.स.)। राजधानी में आगामी सेना दिवस (आर्मी डे) समारोह और इसके अभ्यास कार्यक्रमों को देखते हुए जयपुर पुलिस आयुक्तालय ने सुरक्षा के मद्देनजर सख्त कदम उठाए हैं। शहर के तीन प्रमुख स्थलों और उनके आस-पास के पांच किलोमीटर के दायरे को 'नो फ्लाई जोन' घोषित कर दिया गया है। इन क्षेत्रों में 29 दिसंबर 2025 से 26 जनवरी 2026 तक किसी भी प्रकार के ड्रोन या मानवरहित विमान उड़ाने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी।
सुरक्षा कारणों से लिया गया निर्णय
कार्यपालक मजिस्ट्रेट एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) जयपुर डॉ. राजीव पचार की ओर से जारी आदेश के अनुसार सेना दिवस के दौरान महल रोड जगतपुरा क्षेत्र में भारतीय वायुसेना के विमान 'फ्लाई पास्ट' (विमान परेड) का अभ्यास करेंगे। इस दौरान विमान काफी कम ऊंचाई पर उड़ान भरेंगे। इसके साथ ही भवानी निकेतन और सवाई मानसिंह (एसएमएस) स्टेडियम में भी भव्य कार्यक्रमों का आयोजन होना है। जहाँ भारी संख्या में दर्शकों के जुटने की संभावना है। ड्रोन गतिविधियों से इन कार्यक्रमों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था में बाधा न आए। इसलिए धारा 163 (बीएनएसएस ) के तहत यह प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं।
आगामी 29 दिसंबर से 26 जनवरी तक जगतपुरा (महल रोड-पूर्णिमा यूनिवर्सिटी), भवानी निकेतन मैदान और सवाई मानसिंह स्टेडियम के 5 किमी के घेरे में किसी भी प्रकार की ड्रोन गतिविधि प्रतिबंधित रहेगी। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि विमान परेड के दौरान सुरक्षा जोखिमों को शून्य करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
नियम तोड़ने पर होगी जेल
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह आदेश एक पक्षीय रूप से जनहित और सुरक्षा को देखते हुए लागू किया गया है। यदि कोई व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना करते हुए पाया गया, तो उसके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 223 के तहत दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। पुलिस प्रशासन ने आदेश के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए हैं। यदि कोई भी व्यक्ति प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन उड़ाते हुए पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश 26 जनवरी 2026 तक प्रभावी रहेगा।
इस आदेश की गंभीरता को देखते हुए इसकी प्रतिलिपि राजस्थान के सभी उच्चाधिकारियों और संबंधित विभागों को तामील के लिए भेजी गई है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

