राजस्थान में रेलवे ट्रैक नवीनीकरण को हरी झंडी, 850 करोड़ की परियोजना स्वीकृत
जयपुर, 25 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय रेल ने राज्य में रेल अधोसंरचना को मजबूत और आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) के अंतर्गत दो प्रमुख रेल खंडों में व्यापक ट्रैक नवीनीकरण कार्य को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना पर करीब 850 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार स्वीकृत योजना के तहत राई का बाग–फलोदी–जैसलमेर तथा लालगढ़–कोलायत–फलोदी रेल खंडों की ट्रैक संरचना का आधुनिकीकरण किया जाएगा। इन दोनों खंडों को रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानते हुए सुरक्षा, परिचालन क्षमता और दीर्घकालिक रखरखाव को ध्यान में रखकर नवीनीकरण प्रस्ताव तैयार किया गया था।
पहले खंड राई का बाग, फलोदी व जैसलमेर की कुल लंबाई 291.126 किलोमीटर है। इस मार्ग पर वर्तमान में उपयोग में ली जा रही रेल पटरियां वर्ष 2005 की हैं, जिन्हें 2006 में बिछाया गया था। लंबे समय से परिचालन में रहने के कारण रेलवे प्रशासन ने इसे तकनीकी रूप से नवीनीकरण योग्य माना और विस्तृत सर्वेक्षण व मूल्यांकन के बाद प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया। दूसरा खंड लालगढ़, कोलायत–फलोदी है, जिसकी कुल लंबाई 73.742 किलोमीटर है। इस मार्ग पर प्रयुक्त रेल पटरियों का रोलिंग मार्क वर्ष 2004 से 2006 के बीच का है और इन्हें 2006-07 के दौरान बिछाया गया था। दोनों ही खंडों की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इन्हें प्राथमिकता सूची में शामिल किया गया। वित्त विभाग ने इस परियोजना के लिए प्रति किलोमीटर लगभग 2.84 करोड़ रुपये की लागत को पहले ही स्वीकृति प्रदान कर दी थी। निर्धारित तकनीकी मानकों और तय समयसीमा के भीतर नवीनीकरण कार्य पूरा किया जाएगा। परियोजना के पूर्ण होने के बाद संबंधित मार्गों पर रेल संचालन अधिक सुरक्षित, सुचारु और विश्वसनीय हो सकेगा। इससे न केवल क्षेत्रीय संपर्क बेहतर होगा, बल्कि यातायात और आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलने की उम्मीद है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल

