देवउठनी एकदाशी पर शहर में मची शादियों की धूम : सामूहिक विवाह के मंडप सजे, शहनाइयां गूंजी
जोधपुर, 23 नवम्बर (हि.स.)। भगवान विष्णु के पांच माह की निद्रा के बाद गुरुवार को श्रद्धापूर्वक धूमधाम से देवउठनी एकादशी मनाई गई। इसके साथ ही आज से वैवाहिक सहित सभी शुभ मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो गए। पांच माह के चातुर्मास के बाद आज एकादशी से शहर में तुलसी-शालिग्राम विवाह के साथ ही वैवाहिक आयोजनों की धूम मच गई। अबूझ मुहूर्त के साथ ही आज देव उठनी एकादशी पर शहर में सैकड़ों वैवाहिक आयोजन हुए। देव उठनी एकादशी के शुभ योग में मंदिरों में तुलसी विवाह के आयोजन किए गए। आज सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग का भी शुभ संयोग रहा।
इन समाजों के हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन :
देवउठनी एकादशी पर आज शहर में कई समाजों के सामूहिक विवाह सम्मेलन हुए। आज शहर में पीपा व रांकावत समाज की ओर से सामूहिक विवाहों का आयोजन किया गया। विवाह आयोजन में नवविवाहित जोड़ों को 25 नवम्बर को मतदान की शपथ भी दिलाई गई।
समस्त पीपा क्षत्रिय न्याति ट्रस्ट सुभाष चौक रातानाडा जोधपुर के तत्वावधान में आज 20वां सामूहिक विवाह पीपा क्षत्रिय छात्रावास भूमि राधा कृष्णापुरम योजना लहरिया रिसोर्ट चोखा स्थित भूमि पर आयोजित किया गया।
ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रकाश चावड़ा व सचिव नरेश सोलंकी ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से इस बार 19 जोड़ों का सामूहिक विवाह करवया गया। साथ ही तुलसी- शालिग्राम विवाह करवाएं गए। नव विवाहित जोड़ों को तुलसी के पौधे भेंट कर मतदान के साथ बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं की शपथ दिलवाई गई। वहीं रांकावत (देशस्थ ऋग्वेदी) ब्राह्मण सार्वजनिक ट्रस्ट जोधपुर के तत्वावधान में रांकावत ब्राह्मण समाज का दशम सामूहिक विवाह सम्मेलन स्काउट गाइड मैदान में आयोजित किया गया। सामूहिक विवाह समारोह के मुख्य अतिथि संत रामप्रसाद महाराज व रामकुटिया बारड़ा बांध (बालयोगी संत) श्रवणदास महाराज थे। ट्रस्ट अध्यक्ष श्याम गोयल ने बताया कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 27 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेे।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर
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